जयपुर। चैत्र शुक्ल के नवरात्रा समापन पर रविवार को हवन और कन्या भोजन के साथ
नवरात्र का समापन हुआ। घर-घर में अष्टमी और नवमी पर माता की ज्योत लेकर पूजा की। कन्या बटुकों को
भोजन करवाया गया। इसके बाद मंदिरों में रामनवमी का पूजन किया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अष्टमी और नवमी एक होने पर लोगों ने व्रत भी रखा।
कन्याओं को भोजन करवाया गया।
पौराणिक तीर्थ स्थल श्री गलताजी
में रामनवमी पर रविवार को पांच सदियों पुरानी वैदिक परंपरा के तहत रामलला
रामलला विग्रह रूप में शोभायात्रा निकाली गई। गलता पीठाधीश्वर संपत
कुमार अवधेशाचार्य ने बताया कि गलता तीर्थ में नवमी पर रविवार सुबह 10 बजे
सीतारामजी, रघुनाथ जी, रामनिवास जी और रामलला जी के विग्रह रूप शोभायात्रा
के रूप में श्री निवास बालाजी मंदिर पहुंचें। शोभायात्रा में प्रभु श्री
निवास, श्री देवी और भूदेवी का धातु विग्रह रूप भी शामिल किया गया। शहर के चांदपोल बाजार स्थित राम मंदिर में दोपहर 12 बजे मध्याह आरती के साथ रामजन्मोत्सव मनाया गया।
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