जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार राजस्थान को सोलर एनर्जी का हब बनाएगी। इसके लिए ऐसी बेहतर नीति लाई जाएगी जो प्रदेशहित में होने के साथ-साथ आम उपभोक्ता के लिए भी लाभकारी हो। गहलोत शनिवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर के विकास को लेकर बैठक में समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज राजस्थान सौर तथा पवन ऊर्जा के क्षेत्र में देश में अग्रणी राज्य है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से आने वाले पांच साल में दस हजार मेगावाट अतिरिक्त ऊर्जा उत्पादन के लिए जरूरी प्रयास किए जाएंगे। इस दिशा में राज्य सरकार नई सौर तथा पवन ऊर्जा नीति लाने जा रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
राजस्थान सौर ऊर्जा का बेस्ट डेस्टीनेशन
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नई नीति में ऐसे प्रावधान करें जिससे राजस्थान में कम समय में अधिकाधिक सोलर प्लांट विकसित हों और सोलर पाक्र्स के लिए नया निवेश आए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में ग्रीन काॅरिडोर के रूप में विद्युत प्रसारण का मजबूत तंत्र तैयार हो रहा है। करीब एक लाख 25 हजार हैक्टेयर सरकारी भूमि की उपलब्धता, सर्वाधिक सोलर रेडिएशन तथा बुनियादी ढांचा विकसित होने के कारण निवेशकों के लिए राजस्थान सौर ऊर्जा उत्पादन का सबसे बेहतर डेस्टीनेशन है।
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