जयपुर। 71वें गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के राजपथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह एवं परेड में राजस्थानी लोककला एवं संस्कृति का ऐसा जादू छाया कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। समारोह में राजस्थान की झांकी, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर के कलाकारों द्वारा दी गई प्रस्तुति एवं राजकीय कन्या विद्यालय, नई दिल्ली द्वारा प्रस्तुत राजस्थानी नृत्य जन आकर्षण का केन्द्र रहे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
राजस्थान की झांकी में विश्व विख्यात ऐतिहासिक नगर जयपुर की हैरिटेज विरासत के साथ ही विरासतीय भवनों के वैभव को दर्शाया गया। जिसमें गुलाबी नगरी जयपुर की धरोहरों जाली झरोखों से सुसज्जित बाजारों ,स्मारकों ,प्रवेश द्वारों ,सिटी पैलेस द्वार ,त्रिपोलिया दरवाजा ,स्टेच्यू सर्किल आदि को शामिल किया गया।झाँकी की डिजाइन जाने माने कलाकार हरशिव शर्मा ने बनाई थी।
झाँकी के नोडल ऑफिसर एवं राजस्थान ललित कला अकादमी के सचिव विनय शर्मा ने बताया कि झाँकी के अग्रिम भाग पर कंगूरेदार परकोटा पर स्टेच्यू सर्किल पर स्थित जयपुर के संस्थापक सवाई जयसिंह की प्रतिमा आलंकारिक मार्बल पत्थर में छतरी सहित दर्शाई गई। झांकी के ट्रेलर पार्ट में जयपुर शहर की खूबसूरत गुलाबी रंग की दीवारों को छतरियों जालियों महराब आदि से सजाया गया हैं। पृष्ठ भाग में जयपुर के सिटी पैलेस में स्थित चंद्रमहल का रंगीन डिजाइन युक्त द्वार झरोखे खूबसूरत गुम्बद आदि को दर्शाया गया हैं। यहाँ तीनों तरफ के दरवाजों में लोक कलाकारों को ग्यारह प्रकार के सुप्रसिद्ध कठपुतली नृत्य करते हुए दर्शाया गया ।
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