जयपुर। राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के अध्यक्ष श्री राधा बिनोद बर्मन ने कहा कि राजस्थान ने सांख्यिकी के क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है तथा अन्य राज्यों को भी इसका अनुसरण करना चाहिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बर्मन बुधवार को यहां आर्थिक एवं साख्यिकी निदेशालय में राजस्थान में सांख्यिकी सिस्टम पर आयोजित राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में ब्लॉक स्तर पर सांख्यिकी के आंकड़ों पर गहन अध्ययन किया गया है, जिससे ग्रासरूट लेवल पर आंकड़ों की सही जानकारी पहुंचे। उन्होंने कहा कि आज का युग सूचना क्रांति का युग है, ऐसे में सांख्यिकी सिस्टम को सूचना का तंत्र बनना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश की राजनीतिक, आर्थिक तथा सामाजिक व्यवस्था को देखते हुए सांख्यिकी के आंकड़ों को सुव्यवस्थित किया जाना चाहिए। बर्मन ने कहा कि सांख्यिकी एक उद्देश्य है, जिससे अर्थव्यवस्था अधिक सुदृढ़ तथा समृद्ध बन सके। उन्होंने भामाशाह योजना की तारीफ करते हुए कहा कि राजस्थान ने इस प्लेटफॉर्म पर सुदृढ़ीकृत तरीके से आंकड़ों को एकीकृत किया हैै।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के सदस्य राजीव मेहता ने कहा कि राज्य में कृषि के क्षेत्र में सांख्यिकी आंकड़ों को एकीकृत करने की परंपरा रही है, जिसका अन्य राज्यों को भी अनुसरण करना चाहिए। बैठक में राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के सदस्य मनोज पांडा ने कहा कि राज्य को आर्थिक कल्याण के साथ सामाजिक कल्याण के संकेतकों पर भी ध्यान देना चाहिए, जिससे राज्य का सर्वांगीण विकास किया जा सके। उन्होंने कहा कि सहकारी संघवाद समय की जरूरत है तथा जीएसटी इसका उदाहरण है।
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