जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री मुकेश दाधीच ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की राजधानी जयपुर में खो-नागोरियां घटना में जिस रफीक खान ने मन्नुलाल वैष्णव की हत्या की है उसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंदबुद्धि बता रहे है। मैं मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहता हूँ कि वे कोर्ट का काम कब से करने लग गए। अगर हत्यारा मंदबुद्धि होता तो वो अपनी पत्नी एवं बच्चों की भी हत्या कर देता। ऐसी तुष्टिकरण की पराकाष्ठा जयपुर में हो रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दाधीच ने कहा कि मंदबुद्धि व्यक्ति को हत्या करने का अधिकार नहीं है। जयपुर में अब तक जितनी भी घटनाऐं हुई है उन सभी पीड़ितों से स्वयं मुख्यमंत्री गृह मंत्री होने के नाते एक बार भी मिलने के लिए नहीं गए। मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूँ कि आप राजधानी में भय का वातावरण उत्पन्न करके किसका संरक्षण कर रहे है। यह जयपुर के पर्यटन एवं उद्योग धंधों को खत्म करने का सुनियोजित षडयंत्र है।
दाधीच ने कांग्रेस सरकार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अलवर के बहरोड़ स्थित थाने में बंद विक्रम गुर्जर उर्फ पपला जैसे अपराधी को ए.के.-47 लेकर छुड़ाने आने वाला व्यक्ति भी मंदबुद्धि ही होगा।
दाधीच ने कहा कि सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है, जिसकी वजह से उन्होंने प्रदेश की राजधानी में आतंक फैला रखा है। ये अपराधी सुनियोजित षडयंत्र के तहत इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे है।
रविवार 01 सितम्बर की रात को हुई घटना के समय अचानक बिजली चले जाना किसी षडयंत्र की ओर इशारा कर रहा है, अंधेरे में हिन्दुओं के घरों और दुकानों पर जमकर पथराव किया गया, घरों में घुसकर महिलाओं के साथ छेड़खानी की गई, पर पुलिस ने मौके पर मौजूद अपराधियों को भी नहीं पकड़ा। गणेश चतुर्थी के त्यौहार के ठीक पहले मोती डूँगरी गणेश मन्दिर के बिल्कुल पास, जहाँ लाखों की संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा होते है, वहाँ पर इस तरह की घटना हो गई और पुलिस सोती रही, या तो पुलिस का सूचना तंत्र बिल्कुल फेल हो चुका या दबाव में पुलिस ने आँख बंद कर रखी है।
दाधीच ने कहा कि कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की नीति के कारण जयपुर में पिछले दो महीने में पथराव और भीड़ की हिंसा की 6 घटनाएं हो चुकी है। पिछली 2-3 जुलाई को शास्त्री नगर में लोगों के घरों पर पथराव हुआ, गाड़ियाँ तोड़ दी गई, 11 अगस्त को चार दरवाजा क्षेत्र में कावड़ियों पर पथराव हुआ, 12 अगस्त को ईदगाह में भीड़ ने पुलिसकर्मियों को पीटा, गाड़ियाँ तोड़ी, लोगों के साथ मारपीट की, 28 अगस्त को कल्याणजी का रास्ता में दही-हाँडी के कार्यक्रम में पथराव हुआ और रविवार को मोती डूँगरी रोड़ पर पथराव हुआ। इन सारी घटनाओं में अपराधी, उपद्रवी एक ही समुदाय विशेष के लोग थे, जिसके कारण सरकार के दबाव में पुलिस ने कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की। यहाँ तक की शास्त्री नगर की घटना में जिन लोगों को शुरू में पकड़ा गया था उन्हें कांग्रेस के नेताओं के दबाव में छोड़ दिया गया। इस घटना में नामजद 32 लोगों में से भी किसी को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। इसकी वजह से इनके मन में कानून का डर खत्म हो गया है और ये खुलेआम लगातार इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे है।
भाजपा सरकार से मांग करती है कि कांग्रेस सरकार अपराधियों का तुष्किरण बंद करें और खो-नागोरियां की घटना सहित दो महीने में हुई सारी घटनाओं के दोषियों को तुरन्त गिरफ्तार कर सख्त कार्यवाही करें।
Politics At Peak : अमेठी में कांग्रेस नेता सुबह भाजपा में गए, शाम को घर वापसी
वोटिंग ऑफर : अंगुली पर लगी नीली स्याही दिखाकर दो दिन 50 प्रतिशत तक की छूट ले सकेंगे मतदाता
भाजपा उम्मीदवारों को जनता समझती है, वोट की चोट से देगी जवाब : दिग्विजय चौटाला
Daily Horoscope