जयपुर। सूचना एवं प्रौद्योगिकी के बदलते समय में जनसंपर्क विधा में निपुणता बढ़ाने की जरूरत है। राजकीय विभागों में कार्यरत एवं प्राइवेट संस्थाओं में कार्य करने वाले जनसंपर्क कर्मियों की अपनी-अपनी चुनौतियां हैं, जिनका उन्हें रोज ही सामना करना पड़ता है। उन्हें संस्थान और समाचार प्रतिनिधियों के बीच सामंजस्य स्थापित कर कार्य करना चाहिए।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने यह बात शनिवार को चैंबर भवन में पब्लिक रिलेशन सोसायटी की ओर से आयोजित जनसंपर्क अलंकरण समारोह में कही। उन्होंने कहा कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक के बाद अब सोशल मीडिया प्रभावी हो गया है, जिसके अनुसार नई पीढ़ी को प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, जिससे वह नवीन प्रचार प्रसार माध्यमों से अपडेट रह सके।
समारोह की अध्यक्षता इंडियन न्यूज पेपर सोसायटी के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार सोमेश शर्मा ने की। भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एवं करौली जिला कलेक्टर मनोज शर्मा ने कहा कि अगली पीढ़ी को जनसंपर्क में विश्वसनीयता सबसे जरूरी है, क्योंकि आज सूचनाओं का संप्रेषण जिस गति से हो रहा है, उसमें गलती होने की संभावना अधिक होती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में समाचार छोटे किंतु तथ्यपूर्ण होने चाहिए, तभी पाठकों के बीच जगह बना सकेंगे।
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