जयपुर । चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में विशेष योग्यजनों की भागीदारी बेहद कम है। ऎसे में उनकी भागीदारी बढ़ाने और मतदान केंद्रों पर आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए निर्वाचन आयोग हर संभव प्रयास करेगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अरोड़ा सोमवार को जयपुर के हरिशचंद माथुर राज्य लोक सेवा प्रशासन संस्थान में ’सुगम मतदान’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्हाेंने कहा कि देश भर में विशेष योग्यजनों के लिए स्वयंसेवी संस्थाएं बेहतरीन काम कर रही हैं और उनके प्रयासों से देश की तस्वीर भी बदल रही है। उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों में आयोग स्वीप में और अधिक फंड देने और विशेष योग्यजनों को चुनाव के दिन परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराने जैसे विषयों पर आयोग में चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यशाला में जो भी सुझाव आएंगे उनमें से चयनित सुझावों को आगामी चुनावों में अमल में लाने के प्रयास किए जाएंगे।
उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने कहा कि विशेष योग्यजन चुनाव आयोग लिए वीआईपी वोटर हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में आयोग विशेष योग्यजनों के लिए हर संभव सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए चुनाव आयोग प्रयास करेगा ताकि ज्यादा से ज्यादा विशेष योग्यजन मतदान केंद्र तक पहुंच कर अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें। उन्होंने निर्वाचन विभाग द्वारा शुरू किए गए ‘वृहद मतदाता पंजीकरण‘ अभियान और ‘सबल’ अभियान की भी मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राजस्थान देश का पहला ऎसा राज्य है, जिसने एक साल में ढाई लाख से ज्यादा विशेष योग्यजनों को मतदाता सूची में जोड़ने का अभूतपूर्व कार्य किया है। उन्होंने कहा कि आयोग हर साल एक थीम पर काम करता है। 2018 में आयोग ने ’सुगम निर्वाचन’ की थीम रखी। उन्होंने कहा कि जब तक प्रत्येक मतदाता का पंजीकरण नहीं होगा और हर व्यक्ति मतदान नहीं करेगा तब तक आयोग निरंतर नए प्रयास करता रहेगा।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव जेसी मोहंती ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि जो भी नियम विशेष योग्यजनों के लिए बने हैं वे प्रायोगिक रूप से लागू हों ताकि उन्हें वास्तविक मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने केवल चार महीनों में 9.55 लाख विशेष योग्यजनों का सर्वे कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का अहम काम किया है। उन्होंने कहा कि आगामी अगस्त-सितंबर माह में एनसीसी व बड़ी क्लास के छात्रें को खासतौर पर विशेष योग्यजनों की चुनाव में मदद के लिए प्रशिक्षित किया जा सकता है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अश्विनी भगत ने देश के कोने-कोने से आए संस्थाओं के प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि अब विशेष योग्यजनों के लिए सकारात्मक माहौल बनने लगा है। उन्होंने कहा कि विभाग और आयोग विशेष योग्यजनों को सभी जरूरी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संकल्पबद्ध है। हर मतदाता लोकतंत्र की मजबूती में अहम भूिमका निभाता है। उन्होंने कहा कि विभाग प्रदेश के सभी विशेष योग्यजनों का पंजीकरण कर उन्हें मतदान केंद्र तक लाने का हर संभव प्रयास करेगा।
भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति के डॉ. डीआर मेहता ने कहा कि विशेष योग्यजनों के लिए राज्य में बेहीतरीन काम हो रहा है और चुनाव आयोग और विभाग की ऎसी अनूठी पहल सराहनीय है। उन्होंने कहा कि सरकार यदि विशेष योग्यजनों के पंजीकरण प्रक्रिया को और अधिक आसान बनाए तो इसमें और भी विशेष योग्यजन जुड़ पाएंगे। उन्होंने कहा कि कार्यशाला में आए सुझावों पर अमल होगा तो निश्चित रूप से आने वाले दिनों में विशेष योग्यजनों की भागीदारी निर्वाचन प्रक्रिया में बढे़गी।
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