जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि शिक्षा एवं स्वास्थ्य, ये दो ऎसे पवित्र माध्यम हैं जिनसे सेवाभावना जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि निजी स्कूल शिक्षा को कमाई का साधन नहीं बनाएं। शिक्षा के मंदिर ‘न लाभ-न हानि‘ के सिद्धांत पर संचालित होने चाहिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्यमंत्री गुरूवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर बिड़ला सभागार में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि अंग्रेजी के नाम पर चल रहे कई निजी विद्यालयों में फीस इतनी अधिक है कि गरीब परिवार के बच्चे तो उनमें पढ़ने की बात सोच भी नहीं सकते। उन्होंने आह्वान किया कि निजी विद्यालय आगे बढ़कर निर्धन वर्ग के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने में भूमिका निभाएं।
राहुल गांधी ने अपना ट्विटर बायो बदला, लिखा 'अयोग्य सांसद'
संडे स्पेशल : पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने वाली फैशन
धारा 144 के बावजूद कांग्रेस राजघाट पर करेगी सत्याग्रह, देखें तस्वीरें...
Daily Horoscope