जयपुर। जिले के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा है कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान ( एमजेएसए ) के तहत परम्परागत और प्राचीन जल स्रोतों के सुधार पर फोकस किया जाए। जहां पहले से ऎसे जल स्रोत मौजूद है, वहां इनके विकास व जीर्णोद्धार को प्राथमिकता दे और बाद में आवश्यकता के अनुरूप नई संरचनाओं बनाने के काम हाथ में ले। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कटारिया सोमवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट के सभागार में जिले में विभिन्न विभागों के कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एमजेएसए के कार्यों से जिले के जिन क्षेत्रों में भू-जल स्तर में वृद्धि हुई है और लोगों को फायदा हुआ है, उसके आधार पर विकसित संरचनाओं में पानी के ठहराव या रिचार्ज का तुलनात्मक विवरण तैयार कराए। उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा एवं नीम गिलोय का समय से पहले उपयोग किया जाए तो चिकनगुनिया एवं डेंगू जैसी मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है। इस सम्बंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा आयुर्वेद विभाग समन्वय के साथ कार्य करते हुए व्यवस्थाएं करे।
जिला प्रभारी मंत्री ने बैठक में पट्टा वितरण अभियान, महात्मा गांधी नरेगा योजना, स्वच्छ भारत मिशन, सांसद-विधायक कोष के कार्यों, सम्पर्क पोर्टल के प्रकरण, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जलदाय विभाग, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, पोस मशीन से राशन वितरण, अन्नपूर्णा भंडार योजना सहित अन्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति की भी समीक्षा की। बैठक में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी, संसदीय सचिव कैलाश वर्मा, जिला प्रमुख मूलचंद मीना, सांसद रामचरण बोहरा, विधायक फूलचंद भिंडा,सुरेन्द्र पारीक, प्रेमचंद बैरवा, लक्ष्मीनारायण बैरवा,मोहनलाल गुप्ता व निर्मल कुमावत ने भी विभागों की समीक्षा के दौरान जनता से जुड़े विषयों पर विचार विमर्श में भाग लेते हुए अपने सुझाव साझा किए।
जिला प्रभारी मंत्री ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि जिले के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में विधायकों द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सूची के आधार पर 30-30 हैंडपम्प लगाने के कार्य को आगामी माह में जल्द से जल्द पूरा करे ताकि गर्मी के मौसम में जनता को इनका पूरा फायदा मिल सके। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रत्यके विधायक से उनके क्षेत्र में लगाए जाने वाने हैंडपम्पों की सूची प्राप्त कर कार्य शीघ्र आरम्भ करे।
जिले की प्रभारी सचिव वीनू गुप्ता ने चिकित्सा एव स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए की जा रही एंटी लार्वा गतिविधियों के अतिरिक्त ‘एमजेएसए‘ में जो जल संरचनाएं बनाई गई है, उनमें भी बरसात से पानी भर जाने के बाद एंटी लार्वा गतिविधियां की जाए। जिला कलक्टर सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि पट्टा वितरण अभियान के तहत जिले में 252 कैम्पों करीब 9 हजार पट्टों का वितरण किया गया है। इसके लिए डोर टू डोर सर्वे करते हुए अधिकाधिक लोगों को लाभांवित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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