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जयपुर। राजस्थान में बिजली कटौती के मुद्दे पर सियासी तापमान लगातार चढ़ता जा रहा है। सोमवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जब जनसुनवाई कर रहे थे, उसी दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर तीखा हमला बोला। गहलोत ने मुख्यमंत्री को सीधे तौर पर घेरते हुए लिखा कि जनता की आवाज सरकार तक पहुंचाना विपक्ष की जिम्मेदारी है, लेकिन अफसोस इस बात का है कि मुख्यमंत्री इसे आलोचना समझ बैठते हैं। उन्होंने साथ में कई समाचारों की कटिंग भी पोस्ट की।
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गहलोत ने लिखा— "मेरे लिए यह आश्चर्य का विषय है कि भीषण गर्मी के दौरान प्रदेशभर में हो रही बिजली कटौती की खबर मुख्यमंत्री तक नहीं पहुंची। सरकार का इतना बड़ा सूचना तंत्र, इंटेलिजेंस, मंत्री, विधायक, पार्टी कार्यकर्ता और मीडिया होते हुए भी जनता की पीड़ा मुख्यमंत्री तक न पहुंचे, यह हैरान करने वाली बात है।"
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे तंज कसते हुए कहा कि खुद भाजपा के विधायक भी बिजली संकट को लेकर धरने की चेतावनी दे चुके हैं। साथ ही उन्होंने पिछले एक माह में अखबारों में छपी बिजली कटौती से जुड़ी खबरों की कटिंग भी पोस्ट की और उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री अब इस मुद्दे पर जागरूक होकर भविष्य के लिए बेहतर कार्ययोजना तैयार करेंगे।
गहलोत के इस हमले से प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई है। हालांकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
राजस्थान में इस समय भीषण गर्मी के बीच बिजली कटौती आम जनता के लिए सबसे बड़ा संकट बनी हुई है, जिसे लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। कांग्रेस इसे राज्य सरकार की विफलता बता रही है, वहीं सरकार का कहना है कि समस्या के समाधान के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
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