जयपुर।
कई दिनों से सिरदर्द बना आनंदपाल के शव का राज्य सरकार सोमवार को अंतिम
संस्कार करा सकती है। नोटिस की अवधि पूरी होने के बाद सरकार आनंदपाल के शव
को कब्जे में लेकर उसकी अंत्येष्टि कर सकती है। परिजन अभी तक मांगे नहीं
मानने तक अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं है जो सरकार के लिए परेशानी का
कारण बना हुआ है। लाडनूं के एसडीएम उत्तमसिंह ने आनंदपाल की मां, बेटी समेत
पांच जनों को शव की अंत्येष्टि कराने के लिए नोटिस दिया था। इसमें बताया
था कि पोस्टमार्टम के बाद शव को खुले में रखने से आसपास दुर्गन्ध फैल रही
है। शव का क्षरण हो रहा है। इससे रोग व संक्रमण भी फैल सकता है। इससे कानून
व्यवस्था की स्थिति भी उत्पन्न हो रही है।इस नोटिस की अवधि 2 जुलाई
तक थी। लाडनूं में मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने सोमवार सवेरे आगे की
कार्रवाई के लिए गृह विभाग से मार्गदर्शन मांगा है। पुलिस के आला अफसरों ने
संकेत दिया है कि शव को सरकार अपने कब्जे में लेकर अंतिम संस्कार की
कार्रवाई कर सकती है। इसके लिए सारी तैयारियां कर ली गई है। दूसरी ओर
आनंदपाल के परिजनों ने चेतानवी दी है कि सरकार ने एेसा कोई कदम उठाया तो
राजपूत समाज आंदोलन कर सकता है। साथ ही कानून व्यवस्था की स्थिति भी
उत्पन्न हो सकती है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
परिजनों की मांगेएनकाउंटर की सीबीआई जांच की जाएजब्त की गई संपत्ति वापस की जाएआनंदपाल के परिजनों श्रवणसिंह के परिजनों को रिहा किया जाएआनंदपाल के भाईयों को अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए पैरोल दिया जाए
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