प्रदेश में हुआ शांतिपूर्ण, सफल और व्यवस्थित मतदान :
मतदाताओं ने उत्साह के साथ मतदान कर लोकतंत्र के उत्सव में भागीदारी निभाई ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नव विवाहितों, महिलाओं, युवाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगों आदि ने मताधिकार का उपयोग किया
होम वोटिंग के तहत 3,127 बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया—
मतगणना 23 नवम्बर को सुबह 8 बजे से होगी
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव-2024 के दौरान 7 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान संपन्न हो गया है। बुधवार को रामगढ़, दौसा, चौरासी, झुंझुनू, खींवसर, देवली-उनियारा और सलूम्बर विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ। कुल 1,915 मतदान केन्द्रों पर विभिन्न वर्गों, नवविवाहित, दिव्यांग, आदिवासियों, महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं सहित सभी मतदाताओं ने मतदान में उत्साहपूर्वक भागीदारी की।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि 7 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान की समाप्ति (क्लोज ऑफ़ पोल) के समय संभावित मतदान का प्रतिशत 69.29 दर्ज किया गया है। गुरुवार को मतदान दस्तावेजों की संवीक्षा के बाद ही मतदान प्रतिशत के अंतिम (एंड ऑफ़ पोल) के आंकड़े प्राप्त हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि शाम 6 बजे के बाद भी कुछ मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की कतारें लगी थीं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों पर सुबह 7 बजे से मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचने लगे थे। दिनभर उत्साह से लबरेज मतदाताओं का तांता लगा रहा। इन सात विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतगणना 23 नवम्बर को सुबह 8 बजे से होगी।
महाजन के अनुसार, खींवसर विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 75.62 प्रतिशत और दौसा में सबसे कम 62.1 प्रतिशत मतदान हुआ है। सभी रिटर्निंग अधिकारियों से अब तक प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर विधानसभा का क्षेत्रवार मतदान खींवसर: 75.62 प्रतिशत, रामगढ़: 75.27, चौरासी: 74.1, सलूम्बर: 67.01, झुंझुनू: 65.8, देवली उनियारा: 65.1, दौसा में 62.1 प्रतिशत मतदान हुआ।
आयोग के नवाचारों और मॉनिटरिंग से निर्बाध चुनाव संपन्न—
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि उपचुनाव के दौरान बेहतर कार्ययोजना, नवाचारों और गहन मॉनिटरिंग के फलस्वरूप मतदान निर्बाध और सुचारू ढंग से सम्पन्न हुआ। निर्वाचन आयोग के स्वतंत्र, निष्पक्ष, सुगम और समावेशी चुनाव के निर्देशानुसार विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के साथ व्यापक और नियमित रूप से तैयारियों की समीक्षा की गई। पहली बार मतदान केन्द्र के बाहर से भी लाइव वेबकास्ट और इको-फ्रेंडली 'ग्रीन एंड क्लीन' पोलिंग बूथ की संकल्पना को साकार किया गया। मतदान केंद्रों पर इको फ्रेंडली सेल्फी बूथ भी बनाए गए। सभी आयुवर्ग के मतदाताओं में सेल्फी का क्रेज रहा। पहली बार मतदान करने वाले युवाओं सहित अन्य मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर प्रमाण-पत्र दिए गए और पौधारोपण करवाया गया।
1,170 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग से निगरानी—
श्री महाजन ने बताया कि 7 विधानसभा क्षेत्रों के 1,915 मतदान केन्द्रों में से 1,170 पर मतदान प्रक्रिया की लाइव वेबकास्टिंग करवाई गई। कई मतदान परिसरों में मतदान कक्ष के बाहर भी सीसीटीवी कैमरा स्थापित कर लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए मतदाताओं की कतार और क़ानून-व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखी गई। इस नवाचार के लिए रिटर्निंग अधिकारी, जिला एवं राज्य तथा निर्वाचन आयोग के स्तर के साथ ही पुलिस अभय कमांड सेंटर से लाइव फीड की मॉनिटरिंग की गई। संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में केन्द्रीय पुलिस बल और माइक्रो ऑब्जर्वर लगाए गए।
तकनीकी त्रुटियों के कारण एक बैलट यूनिट, एक कंट्रोल यूनिट और 13 वीवीपैट बदले—
महाजन ने बताया कि मतदान के उपरान्त सभी 1,915 मतदान दल ईवीएम मशीनों सहित संग्रहण केन्द्रों पर सकुशल पहुंच गए हैं। ईवीएम मशीनों के परिवहन और संग्रहण के बाद उनकी सुरक्षा में निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों तथा मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) की पालना की जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के दौरान तकनीकी त्रुटियों के चलते एक बैलट यूनिट, एक कंट्रोल यूनिट और 13 वीवीपैट बदले गए। मतदान केंद्रों पर दिव्यांगजन के लिए व्हीलचेयर और वॉलन्टियर—
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, सभी मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के सुविधा को ध्यान में रखते हुए रैम्प, पीने के पानी, छाया, व्हीलचेयर और दिव्यांग मतदाताओं के लिए वाहन सहित अन्य व्यवस्थाएं की गईं। साथ ही, मतदाताओं की सहायता के लिए मतदान केन्द्रों पर एनएसएस, एनसीसी, स्काउट गाइड के वॉलन्टियर तैनात किए गए। मतदान के दौरान मतदाताओं को वोट के अधिकार के प्रति जागरूक कर उन्हें मतदान करने के लिए प्रेरित करने और समझाइश (स्वीप) की गतिविधियां भी की गईं। सोशल मीडिया के माध्यम से भी युवाओं, नवमतदाताओं सहित अन्य को भी मतदान के लिए प्रेरित किया गया।
महिलाओं, युवाओं और दिव्यांगों के प्रोत्साहन के लिए विशेष बूथ—
उपचुनाव के दौरान युवाओं, महिलाओं और दिव्यांगों की भागीदारी के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से विशेष मतदान केंद्र बनाए गए, जिनको महिलाओं और युवाओं तथा दिव्यांग कार्मिकों द्वारा संचालित किया गया। इसके साथ ही, युवा मतदाताओं ने सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर भी अपलोड की।
होम वोटिंग के तहत रिकॉर्ड 99 प्रतिशत से अधिक मतदान—
महाजन ने बताया कि 85 वर्ष एवं अधिक आयु के वृद्धजन और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं के लिए होम वोटिंग की सुविधा प्रदान की गई. सात विधानसभा क्षेत्रों में होम वोटिंग के जरिए रिकॉर्ड 99 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। कुल 3,193 मतदाता द्वारा होम वोटिंग के लिए आवेदन किया गया, जिसमें से 37 की मतदान के समय तक मृत्यु हो गई। 4 नवम्बर से 10 नवम्बर की अवधि में कुल 3,127 मतदाताओं ने घर से मताधिकार का उपयोग किया। केवल 29 मतदाता अनुपस्थित होने की वजह से मतदान नहीं कर सके।
महाजन ने चुनाव प्रक्रिया में भागीदारी करने वाले मतदाताओं, मतदान कार्मिकों, प्रक्रिया की निगरानी करने वाले अधिकारियों, सुरक्षा और क़ानून-व्यवस्था में जुटे केन्द्रीय पुलिस एवं सुरक्षा बलों सहित, राजस्थान पुलिस, आरएसी और होमगार्ड आदि के जवानों-अधिकारियों और मीडिया कर्मियों का लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण कार्य में सक्रिय और सकारात्मक भूमिका के लिए आभार व्यक्त किया है।
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