जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि शिक्षा का संस्कृति के साथ जुड़ाव महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिए शिक्षा और समृद्ध संस्कृति दोनों आवश्यक हैं। मिश्र ने कहा कि सांस्कृतिक जड़ों से जुड़कर ही हम देश को हर क्षेत्र में आगे बढ़ा सकते है। उन्होंने देश के विकास में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए युवाओं का आव्हान किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
राज्यपाल मिश्र शनिवार को नई दिल्ली के नजफगढ़ में आनन्दधाम आश्रम के गुरूकुल वार्षिक महोत्सव - 2019 को सम्बोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारम्भ किया।
राज्यपाल मिश्र ने गुरूकुल शिक्षा व्यवस्था की सराहना की। उन्होंने कहा कि गुरूकुल शिक्षा के माध्यम से देश के भविष्य को बेहतर तरीके से संवारा जा सकता है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि संस्कृति के साथ शिक्षा से बच्चों का बौद्धिक विकास तीव्र गति से होता है।
राज्यपाल मिश्र ने देश व दुनिया में भारतीय संस्कृति से युक्त शिक्षा के प्रसार में स्वामी विवेकानन्द के योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द जैसे मनीषियों ने भारतीय संस्कृति से पूरी दुनिया को रू-ब-रू कराया। भारतीय विद्वानों के अथाह योगदान से ही भारत को विश्व गुरू का दर्जा मिला।
राज्यपाल मिश्र ने कहा कि विद्यालयों में दी जा रही भारतीय संस्कृति व सांस्कृतिक शिक्षा से दुनिया के दूसरे देशों में रह रहे लोगों को प्रेरणा मिलेगी। इस अवसर पर सांसद सुमेधानन्द, सांसद सतपाल सिंह व सुधांशु सहित अनेक गणमान्य नागरिकगण मौजूद थे।
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