जयपुर । प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने प्रदेश के काश्तकारों से जैविक खेती अपनाकर कम लागत में अधिक उत्पादन करने का आह्वान किया है। कटारिया ने मंगलवार सुबह यहां सिरसी रोड स्थित जनसुनवाई केन्द्र से जैविक खेती जागरूकता प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर प्रगतिशील किसानों के समूह को रवाना किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कृषि मंत्री ने कहा कि वर्तमान में खेती में रसायनों का प्रयोग ज्यादा हो रहा है। इससे जमीन की उर्वरा शक्ति कम हो रही है और लोगों के स्वास्थ्य पर भी कुप्रभाव पड़ रहा है। चिकित्सकों का भी मानना है कि वर्तमान में कैंसर जैसी कई बीमारियां फसलों में कीटनाशक का अत्यधिक प्रयोग करने से हो रही है। इससे बचने के लिए सरकार जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है। जीरो बजटिंग नेचुरल फार्मिंग और जैविक खेती को बढ़ाने के लिए जनजागरूकता अभियान की शुरुआत की गई है। 9 नवम्बर तक चलने वाले इस अभियान के तहत श्री भंवरसिंह पीलीबंगा के नेतृत्व में जैविक खेती के माध्यम से कम लागत में अच्छा उत्पादन ले रहे देश के विभिन्न जगहों के प्रगतिशील किसान प्रचार रथ के माध्यम से किसानों को जागरूक करेंगे। यह समूह हर जिले में जाकर काश्तकारों से संवाद कर जैविक खेती से संबंधित अपने अनुभव साझा करेगा। कृषक गोष्ठियां और किसान मीट आयोजित कर जैविक खेती के लाभ बताएंगे।
कटारिया ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि आम जन में जैविक खेती को लेकर सकारात्मक संदेश जाए, जागरूकता का माहौल बने और किसान यह समझ सके कि जैविक खेती से कई लाभ है। उन्होंने कहा कि किसान गोबर, केंचुए एवं हरी खाद का प्रयोग करें। कीटनाशक के स्थान पर नीम आदि जैविक पदार्थों का छिड़काव करें। इससे किसान के लागत कम आएगी, जमीन स्वस्थ रहेगी, उसकी उर्वरा शक्ति बनी रहेगी और आमजन को भी निरोग बनाने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर कृषि आयुक्त डॉ. ओमप्रकाश, कृषि विभाग के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
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