जयपुर । राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने कहा है कि शिक्षा को सर्वसुलभ बनाने में तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के लोकतंत्रीकरण के लिए ई-पाठ्यक्रम और ऑनलाइन शिक्षण पद्धतियों में अधिकाधिक नवाचारों एवं शोध को बढ़ावा दिए जाने की आवश्यकता है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
राज्यपाल मिश्र राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय,कोटा के दीक्षान्त समारोह में बुधवार को यहां राजभवन से ऑनलाइन सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी में ऑनलाइन शिक्षा ने शिक्षण व्यवस्था को बाधित नहीं होने दिया। ऑनलाइन शिक्षण की उपयोगिता को देखते हुए इसे और अधिक सुगम, संवादमूलक और आकर्षक बनाने की जरूरत है। ऐसे ई-पाठ्यक्रम तैयार किए जाएं जो विद्यार्थियों के लिए रोचक तो हों ही, उनसे विद्यार्थियों के ज्ञान और कौशल में भी युगानुरूप वृद्धि की जा सके।
कुलाधिपति ने कहा कि इस वर्ष केन्द्रीय बजट में डिजिटल इण्डिया मिशन के तहत ऑनलाइन शिक्षा पद्धति के लिए महत्वपूर्ण प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं के कौशल विकास और कौशल में वृद्धि करने के लिए डिजिटल स्किलिंग प्लेटफार्म ‘देश-स्टैक ई-पोर्टल’ आरंभ करने की पहल भी महत्वपूर्ण है।
राज्यपाल ने तकनीकी शिक्षा में मानवीय मूल्यों का समावेश किए जाने पर बल देते हुए कहा कि इससे न केवल भविष्य के अच्छे इन्सान और बेहतर नागरिक बनाए जा सकते हैं बल्कि सांस्कृतिक रूप में भी हम और अधिक संपन्न हो सकते हैं।
राज्यपाल ने इस अवसर पर राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा के संविधान उद्यान का ऑनलाइन शिलान्यास किया।
दीक्षान्त समारोह के दौरान वर्ष 2019-29 में एमटेक, बीटेक की विभिन्न ब्रांच और एमआर्क, बीआर्क, एमबीए, एमसीए एवं पीएचडी की उपाधियां और सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। एमसीए की सुश्री राधिका गोयल को कुलाधिपति स्वर्ण पदक तथा बीटेक की वंदना वैष्णव को कुलपति स्वर्ण पदक प्रदान किए गए।
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