जयपुर। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम ने सुनील मीणा को जैसे नया जीवन दिया है। 14 वर्षीय सुनील जन्मजात ह्रदय रोग की बीमारी से पीड़ित था। बचपन से थकान, घबराहट के साथ थोड़ी सी मेहनत में साँस फूल जाना जैसे लक्षण उम्र बढ़ने के साथ गंभीर होते जा रहे थे। पिता हनुमान मीणा किसान हैं। परिवार की माली हालत ठीक नहीं होने की वजह से वे अपने कलेजे के टुकड़े का इलाज नहीं करवा पा रहे थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नवम्बर,2017 में जब राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की मोबाईल हैल्थ टीम सीनियर सैकंडरी स्कूल, पचार में बच्चों की स्क्रीनिंग के लिए गई तो वहां उन्हें बालक सुनील की जन्मजात हृदयरोग की बीमारी के विषय में पता लगा। मोबाईल हैल्थ टीम ने उसे सवाई मानसिंह चिकित्सालय रैफर कर दिया।
सवाई मानसिंह चिकित्सालय में गत 10 मार्च को डॉ. एस. के. शर्मा और उनकी टीम ने सुनील का ऑपरेशन किया। ऑपरेशन सफल रहा और बालक सुनील को जन्मजात ह्रदय रोग की तकलीफ से राहत मिल गईं। कुछ दिन चिकित्सकों की देखरेख में रहने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। बालक सुनील के पिता हनुमान मीणा और माता मोगर देवी की ख़ुशी देखते ही बनती है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का वे बहुत-बहुत आभार मानते हैं, जिसकी वजह से पुत्र का निःशुल्क उपचार हुआ और वह एक गंभीर बीमारी के चंगुल से सकुशल बाहर निकल पाया।
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