निरीक्षण के दौरान कई कमरों में बिना उपयोग बिजली-पंखे चलते पाये
जाने को गंभीरता से लेते हुये उन्होंने कक्ष छोड़ने से पूर्व सभी विद्युत
उपकरण आवश्यक रूप से बंद करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि
अनावश्यक फाईलों के निस्तारण के लिये सर्वप्रथम आवश्यकता के क्रम में उनका
श्रेणीकरण कर नियमानुसार निस्तारण प्रक्रिया प्रारम्भ की जाये।
उन्होंने
निर्देशित किया कि फाईलों के निस्तारण प्रक्रिया में सर्वप्रथम फाईलों की
सुरक्षा का ध्यान रखा जाये। उन्होंने निरीक्षण के दौरान कारीडोर्स में खराब
पड़े फर्नीचरण, खुली एसी डक्ट, खराब लाइट-पंखे, टायलेट्स में साफ-सफाई की
स्थिति एवं स्वच्छता से जुड़े अन्य पहलुओं का जायजा लिया।
गुरूवार
को दोपहर बाद शुरू हुये सफाई अभियान में अधिकारियो एवं कर्मचारियों ने
अपने-अपने कार्यस्थलों की सफाई की एवं सामान सुव्यवस्थित किया। सोमवार को
दोपहर बाद निदेशालय जनस्वास्थ्य में सफाई अभियान संचालित किया जायेगा।
उल्लेखनीय
है कि प्रदेशभर के चिकित्सा संस्थानों, कार्यालयों में साफ सफाई, आधारभूत
सुविधाएं जैसे पेयजल, शौचालय, कचरा निस्तारण, लेबर रूम, ऑपरेशन थिएटर आदि
के संबंध में में व्यापक स्तर पर सुधार अभियान संचालित किया जा रहा है। 1
अप्रेल से 15 अप्रेल के स्वच्छता पखवाड़े के बाद 16 से 20 अप्रेल तक जिलों
में स्थित चिकित्सा संस्थानों व कार्यालयों में आधारभूत सुविधाओं व
साफ-सफाई की व्यवस्थायें सुनिश्चित की जा रही हैं। इसके बाद राज्य स्तरीय
टीमें 22 से 26 अप्रेल तक निरीक्षण कर निदेशालय को वस्तुस्थिति से अवगत
करायेंगी।
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