जयपुर। जयपुर के विद्याधर नगर में आगजनी की घटना के जिम्मेदार महापौर अशोक लाहोटी के इस्तीफे की मांग को लेकर सोमवार को कांग्रेसी पार्षद नगर निगम मुख्यालय आए और महापौर के इस्तीफ की मांग को लेकर मौन धरना दिया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस मौके जयपुर नगर निगम उपनेता प्रतिपक्ष धर्मसिंह सिंघानिया ने कहा कि जयपुर में आए दिन हो रही दुर्घटनाओं से नगर निगम की छवि धूमिल व कलंकित हो रही है, लेकिन उसके बावजूद भी महापौर व निगम प्रशासन के द्वारा शहर की व्यवस्था को लेकर ठोस निर्णय नहीं लिए गए हैं। विद्याधर नगर आगजनी में मौके पर ही पांच लोगों की मौत हुई हैं, उसके जिम्मेदार महापौर एवं निगम प्रशासन हैं क्योंकि उस आगजनी में निगम की फायर गाडियां समय पर पहुंच जाती तो श्याद यह घटना इतनी बड़ी घटित नहीं होती।
सिंघानिया ने कहा कि इस घटना से निगम के छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई करके इतिश्री कर लेना, इस परिवार व शहरवासियों के लिये बिल्कुल भी उचित नहीं है, जबकि इस घटना की उच्च स्तर पर जांच कमेटी बनाकर, दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए और महापौर को अपनी इस गलती के लिये नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। लेकिन एक तरफ तो निगम के महापौर स्मार्ट सिटी को लेकर बडी-बड़ी बातें करते हैं और दुसरी ओर जयपुर षहर में ऐसी घटनायें घटित होने पर, ना तो निगम के पास उचित संसाधन है और ना ही मौके पर अधिकारी व कर्मचारी समय पर पहुंचते हैं।
सिंघानिया ने कहा कि महापौर व अन्य भाजपा मंत्री सिर्फ अपनी नेतागिरी चमकाने के चक्कर में ऐसे आपातकाल विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियांे को स्वच्छता सर्वेक्षण में लगा दिया, जबकि इन अधिकारियों को इन जैसे कार्यों से दूर रखना चाहिये। क्योंकि ऐसी घटनायें कभी भी, कहीं भी, किसी भी समय हो सकती हैं और इनका उस क्षेत्र में जाना और समय रहते बचाव कार्य करना जरुरी है लेकिन महापौर व मंत्रीयों के दबाव के कारण वो अपना मुख्य कार्य छोड़कर दूसरे कार्यों में लग गये हैं।
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