जयपुर । लोकसभा चुनाव में राजस्थान के मिशन-25 को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां, प्रत्याशियों को लेकर दिल्ली में मंथन कर रही है। अभी तक टिकटों को लेकर किसी भी पार्टी ने यह नहीं कहा है कि इस तारीख को पहली सूची आ रही है। रविवार को कांग्रेस पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो चुकी है, इससे पहले भी स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई थी, लेकिन नामों को लेकर सहमति नहीं बनी थी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने सिर्फ इतना ही बयान दिया कि केंद्रीय चुनाव समिति को सीटों को लेकर फीडबैक दिया जाएगा। वहीं रविवार को हुई कांग्रेस की बैठक में सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट, समेत अन्य नेता मौजूद रहे। लेकिन विधानसभा चुनाव जीतकर आने वाली कांग्रेस पार्टी को प्रदेश की कई लोकसभा सीटों पर टिकटों को लेकर ज्यादा माथापच्ची करनी पड़ रही है। चाहे जैसलमेर-बाड़मेर सीट हो, या टोंक-सवाईमाधोपुर सीट, या अजमेर लोकसभा सीट, इसके अलावा जयपुर, दौसा, जयपुर ग्रामीण समेत कई सीटें ऐसी है जहां पर कांग्रेस पार्टी को मजबूत प्रत्याशी नहीं मिल रहे है। वहीं मंत्री पद पर आसीन, मौजूदा विधायक, राज्यसभा सांसद और नेताओं के परिजनों के चुनाव नहीं लड़ने के फॉर्मूले के चलते भी जीतने वाले प्रत्याशियों को लेकर कांग्रेस में टोटा बना हुआ है।
वहीं भाजपा में भी मौजूदा केंद्रीय मंत्रियों के सीट बदलने की चर्चा जोरो पर है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत , सीआर चौधरी और अर्जुनराम मेघवाल का नाम सामने आ रहा है। साथ ही केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी का विरोध सार्वजनिक होने की वजह से भी पार्टी पीपी चौधरी के टिकट पर विचार कर सकती है। वहीं भाजपा को अजमेर, दौसा, अलवर, बाड़मेर, बीकानेर, राजसमंद, चूरू, सीकर, बांसवाड़ा और करौली को लेकर ज्यादा मशक्कत करनी पड़ी है। चर्चा यह है कि पिछले लोकसभा चुनाव 25 सीटें जीतने वाली भाजपा को इस बार विधानसभा चुनाव में हार की वजह से फूंक-फूंक कर कदम रखना पड़ रहा है।
जयपुर की सीट लेकर भाजपा में घमासान
जयपुर शहर लोकसभा सीट लेकर भाजपा नेताओं में घमासान मचा हुआ है। यहां पर मौजूदा सांसद रामचरण बोहरा भी टिकट लेना चाहते है। वहीं पूर्व भाजपा विधायक दीया कुमारी का भी नाम सामने आ रहा है। इसके अलावा अन्य नेता जो सिर्फ पोस्टर बैनर के सहारे अपना नाम टिकट की दावेदारी के लिए ला रहे है। साथ ही जयपुर ग्रामीण सीट के लिए केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पहले ही कह चुके है, वह यही से चुनाव लड़ेंगे। इसके चलते जयपुर ग्रामीण सीट पर भाजपा की तरफ से कोई भी दावेदारी नहीं जता रहा है।
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