जयपुर ।
जवाहर कला केन्द्र में रविवार को सितार वादन का कार्यक्रम ‘सितार स्वर
गंगा’’ आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में जयपुर में जन्मीं और पिछले पचास
साल से अहमदाबाद में रहकर संगीत साधना में लगीं विदूषी मंजू नंदन मेहता ने
अपनी दिलकश प्रस्तुति से संगीत प्रेमियों का दिल जीत लिया। यह कार्यक्रम
जवाहर कला केन्द्र, राजस्थान फोरम और इंटरनेशनल ध्रुवपद धाम ट्रस्ट के
संयुक्त तत्वावधान में ध्रुवपद गायिका डॉ. मधु भट्ट तैलंग के संयोजन में
आयोजित कार्यक्रम किया गया।
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बजाया जगन्नाथ बुआ पुरोहित ‘गुणीदास’ रचित राग जोग कौंस
मंजू
मेहता ने इस मौके पर राग जोग कौंस के स्वरों से परिवेश में भक्ति और
श्रंगार का रस घोल दिया। राग जोग कौंस अपेक्षाकृत नया राग जिसकी रचना पंडित
जगन्नाथ बुआ पुरोहित ‘गुणीदास’ ने की है। यह राग ‘जोग’ और राग ‘चंद्रकौंस’
के मिश्रण से बना है। पूर्वांग में राग जोग होने से इसके स्वर भक्ति का
अहसास करवाते हैं जबकि उत्रांग में चंद्रकौंस के स्वरों से श्रंगार की
अनुभूति होती है। मंजू ने राग की इसी प्रकृति को बनाए रखते हुए अपने सितार
के स्वरों से कभी भक्ति तो कभी श्रंगार रस की अनुभूति करवाई। उनके वादन में
तंत्रकारी के साथ गायकी अंग सुनने वालों को सहज ही अपने मोहपाश में बांध
रहा था।
सुनाई पंडित जसराज की प्रिय रचना ‘मधुराष्टकम’
उन्होंने
इस मौके पर 15वीं शताब्दी में श्रीपाद वल्लभाचार्य रचित भगवान श्रीकृष्ण
को समर्पित मधुराष्टकम भी सुनाया। मधुराष्टकम संपूर्ण रूप से एक गीत रचना
है जिसे सितार जैसे विशुद्ध तंत्रकारी वाले वाद्य पर बजाना कठिन होता है
लेकिन मंजू ने अपनी कठिन साधना से इस रचना को जिस सहज अंदाज में बजाया उसे
सुनकर लगा मानों सितार गा रहा हो। यह रचना संगीत मार्तंड स्व. पंडित जसराज
की प्रिय रचना थी जिसे वो अक्सर मंचों से गाया करते थे। कार्यक्रम में मंजू
मेहता के साथ तबले पर वड़ोदरा के हिमांशु महंत ने संगत की।
विभिन्न संगठनों ने किया नागरिक अभिनंदन और दिया लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
इस
मौके पर संस्था की ओर से मंजू नंदन मेहता को संगीत के क्षेत्र में
उल्लेखनीय योगदान के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया. इसके
बाद उनका शहर की विभिन्न संस्थाओं की ओर से नागरिक अभिनन्दन भी किया गया।
सर्वब्राह्मण महासभा की ओर से उसके अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा, कल्पना संगीत
विद्यालय की ओर से पंडित आलोक भट्ट, अखिल भारतीय तैलंग कुलम की ओर से भानु
स्वरूप गोस्वामी, अन्तरराष्ट्रीय ध्रुवपद धाम ट्रस्ट और ध्रुवपद गायक पं.
लक्ष्मण भट्ट तैलंग की ओर से बेला वादक पं. रवि शंकर भट्ट तैलंग तथा संचार
जगत और पिंकसिटी प्रेस क्लब की ओर से क्लब के कोषाध्यक्ष राहुल गौतम ने
उन्हें स्मृति चिन्ह और शॉल आदि भेंटकर उनका अभिनंदन किया। इस मौके पर गबड़ी
संख्या में शहर के कलाकार और कला प्रेमी भी मौजूद थे।
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