जयपुर । बेले का इतिहास, विश्व के प्रसिद्ध बेले आर्टफॉर्म और इतिहासिक रॉयल पैलेसेज से निकले बेले के विभिन्न रूपों को मंच पर प्रस्तुत किया, कुछ ऐसा ही खूबसूरत नजारा था 'एल'यूनिवर्स दू बेले' का। द एनवेलप द्वारा सृजन कार्यक्रम का कलवाड़ा स्थित द गैलेक्सी में आयोजन हुआ जिसमें अपने आप में नायब अनुभव लिए प्रस्तुतियों में दर्शकों को मैजिक, सुंदरता, रोमांस और कल्पनाओं का शानदार समागम देखने को मिला। ग्रैंड बैलून परफार्मिंग आर्ट स्कूल के इस सालाना आयोजन में लगभग 70 बच्चें और 6 ब्राज़ीलियन बेले आर्टिस्ट्स ने मंच पर इस डांस फॉर्म का प्राचीन रूप प्रस्तुत किया। ग्रैंड बैलून से गुइलहर्मे रामोस और केरिन रामोस के नेतृत्व में स्टूडेंट्स ने नायाब बेले डांस की प्रस्तुति दी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डांस, थिएटर, सिंगिंग और डांसिंग के दिलकश संगम के साथ बेले डांस फॉर्म की उत्पत्ति और इतिहास पर रौशनी डाली गई। जिसके साथ ही बेले डांसफॉर्म के इर्द-गिर्द कई भागों में एक म्यूजियम तैयार किया गया जिसमें पेंटिंग्स, आर्ट इफेक्ट्स, प्रिंट्स, सकल्पचर्स द्वारा 15वीं सदी में फ्रांस और रूस से निकले बेले के नायब सफर पर ले जाती है। कार्यक्रम में स्कूल के स्टूडेंट्स ने बेले पर प्रसिद्ध कई कहानियों को छोटे-छोटे एक्ट्स के द्वारा दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया। शो के बारे में द एनवेलप से आयोजक जय शर्मा ने बताया कि हर साल के ट्रेडिशन को निभाते हुए इस साल भी ग्रैंड बैलून के सालाना जलसे का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें सभी स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स को कुछ खास पलों से रूबरू करवाया।
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