जयपुर। राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को विपक्ष के नेता टीकाराम जूली द्वारा स्पीकर वासुदेव देवनानी पर सत्ता पक्ष का समर्थन करने का आरोप लगया। उन्हाेंने कहा आपका समर्थन विपक्ष को मिलना चाहिए, लेकिन आपका झुकाव सत्ता पक्ष की ओर रहता है। देवनानी ने इन आरोपों पर कहा मैं इन आरोंपों का खंडन करता हूं।
शून्यकाल शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने स्पीकर वासुदेव देवनानी पर निष्पक्षता को लेकर आरोप लगाए और मंत्रियों के आचरण पर सवाल उठाए। जूली ने कहा, "अध्यक्षजी, आपका झुकाव विपक्ष की तरफ रहना चाहिए, लेकिन हम देखते हैं कि आपका झुकाव सत्ता पक्ष की तरफ रहता है।" ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस पर स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा, "तो क्या आप आसन को धृतराष्ट्र कहेंगे? मुझे आपने धृतराष्ट्र कहा, आसन के प्रति इस तरह की टिप्पणी शर्मनाक है। मैं इसकी निंदा करता हूं। इस पर आपको माफी मांगनी चाहिए।"
माफी मांगने की बात पर टीकाराम जूली ने कहा, "माफी मांगने में कोई बुराई नहीं है।" स्पीकर ने फिर कहा, "आप अपने नेताओं को नियंत्रण में रखिए। मैं सभी के साथ सहयोग करता हूं, फिर भी आप आरोप लगाते रहिए, मैं इन आरोपों का खंडन करता हूं।"
नोकझोंक के दौरान स्पीकर ने नेता प्रतिपक्ष से कहा, "आप अविश्वास ले आइये।" इस पर जूली ने जवाब दिया, "जरूरत पड़ी तो अविश्वास भी लाएंगे।"
इससे पहले, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि कल जिस तरह मंत्रियों ने आचरण किया और असंसदीय शब्द बोले, उन्हें कार्यवाही से नहीं निकाला गया। इसलिए बाहर जाकर बोलने की नौबत आई।
इस घटनाक्रम ने विधानसभा में तनाव को बढ़ा दिया है और आगामी कार्यवाही में भी तनावपूर्ण माहौल की संभावना जताई जा रही है।
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