जयपुर। चुनावी माहौल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य भाजपा नेता अक्सर गैरभाजपा शासित राज्यों की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाकर वहां जंगलराज की संज्ञा देते रहे हैं। लेकिन, अब राजस्थान में भी ऐसा ही माहौल नजर आ रहा है। रोचक तथ्य यह है कि एक प्रभावशाली बिल्डर यानि मोजिका अल्टिमा ग्रुप की अजमेर के एक युवक ने जेडीए, रेरा और सरकार में शिकायत क्या कर दी, बेचारे की शामत आ गई। जयपुर का एक थानेदार अब उसे जेल भेजने की धमकी दे रहा है।
जी हां, दरअसल, अजमेर निवासी युवक द्रुपद मलिक पिछले दिनों फ्लैट खरीदने के उद्देश्य से विज्ञापन देखकर मोजिका अल्टिमा का जगतपुरा प्रोजेक्ट देखने अपने पिता के साथ गए थे। वहां जब उन्होंने जेडीए के एप्रूव्ड नक्शे, रेरा रजिस्ट्रेशन आदि की जानकारी ली और तथ्यों की सत्यतता जांचने का प्रयास किया तो वे हैरान रह गए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पड़ताल करने पर पता चला कि मोजिका अल्टिमा ग्रुप वालों ने जेडीए अप्रूव्ड नक्शे में जहां पार्किंग एरिया दिखाया हुआ था, वहां कैफेटेरिया और अन्य व्यावसायिक सुविधाओं का निर्माण कर लिया गया है। इस पर उसने इस गैरकानूनी निर्माण की शिकायत जेडीए, रेरा चेयरमैन, लोकायुक्त और नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन विभाग को की। इसके बाद तो जैसे द्रुपद मलिक पर आफतों का पहाड़ ही टूट पड़ा।
पीड़ित युवक के मुताबिक सबसे पहले तो मोजिका अल्टिमा ग्रुप के एडवोकेट ने खुद को आनंद सिंह बताते हुए मोबाइल नंबर 7737577035 से फोन करके धमकाया। फिर शास्त्री नगर थाने में तैनात बताकर अरविंद नामक हैड कांस्टेबल ने धमकियां देना शुरू कर दिया। खास बात यह है कि अऱविंद नामक यह हैड कांस्टेबल कभी खुद को शास्त्री नगर थाने में तो कभी संजय नगर थाने में तैनात थानेदार बताता है। पद का दुरुपयोग कर बिल्डर से मिलीभगत करके उसने पीड़ित युवक को कहा कि वह उसे जेल भिजवा देगा, अगर मोजिका अल्टिमा की शिकायत वापस नहीं ली तो।
लोकायुक्त ने जारी किया जेडीए को नोटिसः इधर, इस मामले में लोकायुक्त ने जेडीए अधिकारियों को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। खास बात यह है कि मोजिका अल्टिमा बिल्डर के अहसान तले दबे जेडीए अफसरों ने अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। ना ही राजस्थान रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) ही कोई कार्रवाई कर रहा है। वैसे बता दें कि हाल के दिनों में मोजिका अल्टिमा ग्रुप के लोगों को रेरा में चक्कर लगाते देखा गया है।
पुलिस महानिदेशक से की थानेदार की शिकायतः
इधर, इस मामले में पीड़ित युवक द्रुपद मलिक ने शास्त्री नगर थाने के कथित थानेदार की पुलिस महानिदेशक से मिलकर शपथ पत्र के साथ शिकायत की है। इसमें उसने बताया है कि उच्च न्यायालय तो युवकों से भ्रष्टाचार रोकने के लिए आगे आने का आह्वान कर रहा है। दूसरी, ओर अरविंद जैसे पुलिसकर्मी पद का दुरुपयोग कर बिल्डर्स के प्रभाव में आकर शिकायतकर्ताओं को ही धमका रहे हैं।
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