जयपुर । जवाहर कला केन्द्र में अगस्त माह के आरम्भ में कबीर भजन, हवेली संगीत और सूफी गायन पर आधारित ‘सुमिरन समारोह‘ का आयोजन होने जा रहा है। 1 से 3 अगस्त को आयोजित होने वाले इस तीन दिवसीय समारोह में लोक गीतों एवं शास्त्रीय गायन पर आधारित आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। समारोह के अंतिम दिन 3 अगस्त को सूफी गायन पर आधारित कव्वाली गायन की प्रस्तुति होगी। ये सभी कार्यक्रम जेकेके के रंगायन सभागार में सायं 7 बजे आरम्भ होंगे और इनमें विजिटर्स का प्रवेश निशुल्क रहेगा। जेकेके के अतिरिक्त महानिदेशक फुरकान खान ने यह जानकारी दी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
1 अगस्त को मुरालाला एवं ग्रुप पेश करेंगे कबीर के भजन
‘सुमिरन समारोह‘ के प्रथम दिवस, गुरूवार, 1 अगस्त को अंतराष्ट्रीय स्तर सुप्रसिद्ध लोक गायक, श्री मुरालाला एवं ग्रुप द्वारा कबीर के भजनों को पेश किया जायेगा। कलाकारों द्वारा लोक गायकी की शैली में निर्गुणी धारा के प्रमुख संत कबीर के भजन सुना कर सभी को मंत्रमुग्ध कर देंगे। मुरालाला भुज से सम्बन्धित हैं। ये ‘माटी बानी‘ बैण्ड सरीखे प्रतिष्ठित बैण्ड एवं फ्यूज़न ग्रुप्स से जुड़े हुए हैं। इन्होंने शास्त्रीय संगीत के अनेक प्रसिद्ध गायक कलाकारों के साथ मंच भी साझा किया है। कार्यक्रम में संगत कलाकारों में झांझ पर सुखदेव, घडा गमेला पर मोहनलाल, जोडिया पावा (अलगोजा पर) अमजद और मंजीरे पर भीखाभाई शामिल होंगे।
2 अगस्त को पण्डित भगवती प्रसाद गन्धर्व एवं ग्रुप द्वारा हवेली संगीत की प्रस्तुति
‘सुमिरन समारोह के दूसरे दिन, 2 अगस्त को राजस्थान के नाथद्वारा घराने पर आधारित हवेली संगीत की प्रस्तुति होगी। इस कार्यक्रम में वडोदरा के पण्डित भगवती प्रसाद गन्धर्व एवं ग्रुप द्वारा भगवान कृष्ण के सगुण स्वरूप का गुणगान किया जायेगा। पण्डित भगवती प्रसाद द्वारा इस अवसर पर कर्णप्रिय भक्ति भजन, पद एवं पदावलियों की प्रस्तुति दी जायेगी। इन्होंने अपनी प्रस्तुति में अष्टछाप कवियों की प्रसिद्ध रचनाओं को पिरोया है। राजस्थान के राजसमन्द स्थित नाथद्वारा मंदिर मण्डल, कांकरोली स्थित द्वारिकेश महोत्सव में इन्होंने सभी श्रोताओं को अपनी संगीत साधना से वशीभूत किया है। झांझ, पखावज, हारमोनियम एवं सारंगी संगत पर आपकी कीर्तन पद्धति, गायन शैली एवं हिंडोरे उत्सवों, श्रावण मास की राग रागिनियों पर आधारित प्रस्तुति दर्शकों एवं श्रोताओं पर अमिट छाप छोडती है।
3 अगस्त को आसिफ एवं आरिफ पार्टी पेश करेंगे कव्वाली गायन
‘सुमिरन समारोह‘ का अगला आकर्षण आसिफ एवं आरिफ पार्टी द्वारा 3 अगस्त को प्रस्तुत कव्वाली गायन का कार्यक्रम होगा। टोंक स्थित मौलाना अबुल कलाम आजाद अरबी एवं फारसी अनुसंधान संस्थान द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम में परम्परागत कव्वाली का अनोखा अंदाज देखने को मिलेगा। कव्वाली की इस महफिल में कव्वाल अपने फन से ना केवल समां बाधेंगे बल्कि सूफी कलाम पेश कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर देंगे।
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