जयपुर। शिप्रापथ थाना पुलिस ने 24 नवम्बर 2024 को हुए एक अपहण मामले का सफलतापूर्वक खुलासा किया और वारदात में शामिल दो मुख्य अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, इस मामले का मुख्य सरगना अभी फरार है।
घटना के अनुसार, 24 नवम्बर की रात करीब 11:30 बजे, पीड़ित विकास मीना (22), जो सवाई माधोपुर जिले के ग्राम पड़ाना का निवासी है, अपने दोस्त अभिलेख मीना के साथ जयपुर के चौपाटी अग्रवाल फार्म में चाय पीने आया था। दोनों दोस्त अभिलेख की HUNTER गाड़ी में बैठकर बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान, विकास मीना पेशाब करने के लिए गाड़ी से बाहर गया और इसी समय एक काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी से चार-पाँच लोग उतरे और अभिलेख मीना को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाकर अपहृत कर लिया। विकास मीना ने यह जानकारी तुरंत पुलिस को दी और शिकायत दर्ज करवाई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शिप्रापथ थाना पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू की। सीसीटीवी फुटेज की जांच और मोबाइल नंबरों की सीडीआर (Call Detail Records) के विश्लेषण से अभियुक्तों की पहचान की गई। पुलिस ने उनकी लोकेशन और हुलिये के आधार पर विभिन्न ठिकानों पर दबिश दी और दो अभियुक्तों – अरुण सिंह और जगदीश मीना – को गिरफ्तार किया।
अभियुक्त अरुण सिंह, जो गंगापुर सीटी का निवासी है, और जगदीश मीना, जो वजीरपुर का निवासी है, को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि इस वारदात में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
पुलिस उपायुक्त दिगंत आनंद ने बताया कि यह कार्रवाई ललित कुमार शर्मा, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त के नेतृत्व में की गई, जिसमें शिप्रापथ थाना पुलिस के कई कर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुलिस अब फरार मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
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