इन वाणिज्यिक वाहनों को श्रीराम फाइनेंस कंपनी ने लोन जमा नहीं कराने
पर जब्त किया था। यहां से कंपनी इन वाहनों की सीधी नीलामी कर राज्य सरकार
को चूना लगा रही थी। जबकि वाणिज्यिक वाहनों पर नियमानुसार त्रैमासिक और
वार्षिक शुल्क देना अनिवार्य है। ये भी पढ़ें - खौफ में गांव के लोग, भूले नहीं करते ये काम
एसडीआरआई द्वारा पकड़े गए वाहनों
में कई ऐसे भारी वाहन भी हैं जो दूसरे राज्यों में रजिस्टर्ड हैं और
राजस्थान में टैक्स जमा कराए बिना लंबे समय चल रहे हैं। एसडीआरआई और डीटीओ
की कार्रवाई में श्रीराम फाइनेंस कंपनी द्वारा बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी
करने का खुलासा हो रहा है।
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