जयपुर। कोई भी सिटी रातों रात स्मार्ट सिटी नहीं बन जाएगी। ना ही कोई अलादीन का चिराग ऐसा काम कर सकता है कि एकदम से स्मार्ट सिटी बन जाए। ऐसा नहीं होगा। सच्चाई यह है कि हमें समझना होगा कि ये सब लोकल लेवल की लीडरशिप पर निर्भर करता है। दिल्ली आपको सिर्फ फंड दे सकती है। राज्य सरकार प्लान दे सकती है और मदद कर सकती है, लेकिन काम तो लोकल लेवल पर ही होगा। सिटी लेवल पर आपको काम करना होगा। इसके लिए अच्छी लीडरशिप की जरूरत है। यह बात भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने बुधवार को जयपुर एक्जीबिशन एवं कन्वेंशन सेंटर, सीतापुरा में आयोजित स्मार्ट सिटी एक्सपो इंडिया-2018 के उद्घाटन अवसर पर कही। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उपराष्ट्रपति नायडु ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यों को भी गिनाया। उन्होँने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट सराहनीय है। मुख्यमंत्री ने उनको पूरी द्रव्यवती नदी का दौरा करवाया था। यह प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि जयपुर स्मार्ट सिटी के लिए पैदल यात्रियों के लिए अलग मार्ग (पैडिस्ट्रियन पाथ) और साइकिल ट्रैक बहुत जरूरी है। पैडिस्ट्रियन पाथ होने पर और साइकिल ट्रेक होने पर एक्सीडेंट का डर नहीं रहेगा। लाइफ स्टाइल में बदलाव लाने के लिए साइकिलिंग भी जरूरी है। इसके अलावा पूरे राजस्थान के लिए वर्षा जल संग्रहण करना भी अनिवार्य होना चाहिए। उन्होंने कहा-हमें सूर्य, हवा और पानी को प्रदूषण से दूर रखना होगा। राजस्थान में रेन वाटर हार्वेस्टिंग भी अनिवार्य होना चाहिए। क्योंकि भविष्य में अगर पानी की समस्या होती है तो रेन वाटर हार्वेस्टिंग जैसे प्रयासों से इस समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। उन्होंने वायु प्रदूषण और ग्रीन जयपुर के बारे में भी विचार रखे। साथ ही कहा कि नेचर और कल्चर और आर्किटेक्चर ही स्मार्ट सिटी का बेस्ट फ्यूचर बना सकते हैं।
मलिक को सजा सुनाए जाने के बाद कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट बंद
5.6 करोड़ रुपये के अमेरिकी डॉलर के साथ मुंबई हवाई अड्डे पर हिरासत में लिये गये 2 सऊदी नागरिक
जितिन का कपिल सिब्बल से सवाल, 'कैसा लगा प्रसाद'
Daily Horoscope