समारोह की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी
ने कहा कि भामाशाहों के सहयोग से राज्य में नालन्दा, तक्षशिला की तर्ज पर
विद्यालय स्थापित किए जाने के प्रयास होंगे। पिछले 23 सालों के मुकाबले इस
बार भामाशाहों ने रिकॉर्ड शैक्षिक सहयोग किया है। समाज ऐसे सभी भामाशाहों
के प्रति कृतज्ञ है। उन्होंने कहा कि कभी देश में 26वें स्थान पर रहने वाला
राजस्थान शैक्षिक विकासों से आज देशभर में दूसरे स्थान पर आ गया है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान निरंतर शिक्षा में विकास
कर रहा है। ये भी पढ़ें - एक घंटे तक पूजा पाठ के बाद एमबीएस अस्पताल में बुलाई आत्मा और साथ ले गए
देवनानी ने कहा कि गुणवत्ता,
संस्कार हमारी शिक्षा का प्रमुख आधार हैं। उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में हुए
कार्यों की चर्चा करते कहा कि 9वीं कक्षा की 11 लाख बालिकाओं को राज्य
सरकार ने साइकिलें वितरित की हैं। कभी 44 हजार बालिकाओं को ही गार्गी
पुरस्कार मिलता था, आज 1.5 लाख बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार मिलने लगा है।
मुख्यमंत्री राजे की पहल पर रिकॉर्ड 7 हजार 500 विद्यालय क्रमोन्नत किए गए
हैं। प्रत्येक विद्यालय में भारत दर्शन गलियारा बनाया जा रहा है। शिक्षा
में सहयोग के अंतर्गत ज्ञान संकल्प पोर्टल में 31 करोड़ का सहयोग राज्य को
मिला है। उन्होंने कहा कि निस्वार्थ भाव से शिक्षा में दान देने वाला इंसान
नहीं देवता कहलाता है।
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