जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गौरव यात्रा की जगह माफी यात्रा निकालने की सलाह दे रहे हैं, बेहतर होता कि गहलोत अपने स्वयं के दो बार के मुख्यमंत्री काल का चिंतन करते और फिर भारतीय जनता पार्टी के पांच साल के कार्यकाल से तुलना करते तो शायद उनको समझ में आ जाता कि माफी मांगने की आवश्यकता उनको स्वयं को ही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मुकेश पारीक ने कही। उन्होंने कहा कि गत सरकार ने राजस्थान प्रदेश को अपने आर्थिक कुप्रबंधन से प्रदेश को कर्जे में डुबो दिया। बिजली कम्पनियों की हालत खस्ता कर दी और प्रदेश का विकास ठप कर दिया। किसानों का कोई ऋण माफ नहीं किया व प्रदेश के किसान को अपनी फसल का दाम नहीं मिला। युवा रोजगार के लिए भटकता रहा, लेकिन सरकार ने कोई सुध नहीं ली।
पारीक ने कहा कि अशोक गहलोत बताएं कि वे जनता के बीच कब-कब गए। भारतीय जनता पार्टी की सरकार जनता के द्वार पहुंची है। मुख्यमंत्री, मंत्री व कलेक्टर आदि सम्भाग से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक पहुंचे हैं। जनता के बीच सुनवाई करके समस्याओं का समाधान किया है। न्याय आपके द्वार के माध्यम से वर्षों पुराने मुकदमों का निस्तारण किया है। एक ओर प्रदेश की मुख्यमंत्री अपने साढ़े चार के कार्यकाल का ब्यौरा देने जनता के बीच पहुंच रही हैं, दूसरी ओर गहलोत विधानसभा में जनहित का कोई मुद्दा भी नहीं उठा पाए।
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