जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से आज 25वां प्रश्न पूछा है कि ‘प्रदेश में जारी सिंचाई योजनाओं की अनदेखी और नए सिंचाई तंत्र को प्रगति देने के लिए कोई ठोस कार्य योजना नहीं बनने से कृषि को हो रहे नुकसान पर क्या आप गौरव महसूस करती हैं?’ ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को नदियों को जोड़ने तथा यमुना व इंदिरा गांधी नहर का पूरा पानी दिलाने का वादा किया था, लेकिन सभी वादे खोखले साबित हुए हैं। कोटा और बूंदी जिलों के चंबल कमांड क्षेत्र में 2358 किलोमीटर लंबे नहरी तंत्र में 1950 किलोमीटर लंबे नहरी तंत्र के जीर्णोद्धार की 1274 करोड़ की चालू योजना को भाजपा सरकार ने दिसंबर 2013 में रोक दिया था और कांग्रेस के द्वारा दबाव बनाए जाने पर अपने कार्यकाल के चौथे वर्ष में काम शुरू किया, जिसके कारण केवल 250 किलोमीटर नहरों का काम हो पाया है और 1274 करोड़ में से 250 करोड़ ही खर्च हुए हैं।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार भाजपा सरकार बनने के बाद झालावाड़ जिले के रेवा, गागरीन और राजगढ़ बांधों के नहरी तंत्र के निर्माण का कार्य जस का तस है और निर्माण प्रक्रिया की शुरुआत में विस्थापित किए गए 1500 ग्रामीण परिवारों को न तो मुआवजा मिला और न ही उन्हें पुनर्स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति मुख्यमंत्री के निर्वाचन वाले जिले झालावाड़ की है तो इससे आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश की अन्य सिंचाई परियोजनाओं के क्या हालात होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जारी मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना दिखावा साबित हुई है और यह भाजपा का चंदा एकत्रित करने का अभियान मात्र है। इस योजना के तहत गुणवत्ताहीन निर्माण किए गए हैं, जो झालावाड़ जिले के चांदीपुर, पीपलोदी, झीरी सहित 8 जगह बांध ढह जाने से साबित होता है।
राजस्थान के जोधपुर में टैंकर-पिकअप की भिड़ंत में एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत
वकील ने कहा-हथकड़ी में अदालत नहीं जाएंगे ट्रंप...कैसे चलेगा मुकदमा यहां पढ़िए
ईडी ने डीए मामले में 1.10 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की
Daily Horoscope