जयपुर। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अश्विनी भगत गुरुवार को दिल्ली में होने वाली मुख्य निर्वाचन अधिकारियों की कॉन्फ्रेंस में शिरकत करेंगे। आगामी महीनों में होने वाले चार राज्यों (मध्यप्रदेश, मिजोरम, छत्तीसगढ़ और राजस्थान) के सीईओ चुनाव पूर्व तैयारियों की जानकारी मुख्य चुनाव आयुक्त को देंगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत की अध्यक्षता में होने वाली कॉन्फ्रेंस में उन राज्यों के सीईओ भी उपस्थित रहकर अपना फीडबैक देंगे, जहां हाल ही आम चुनाव हुए हैं। इस दौरान चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा और अशोक लवासा भी मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि इस कॉन्फ्रेंस को राज्य में होने वाली चुनाव प्रक्रिया के शुभारंभ के रूप में देखा जा रहा है। समीक्षा बैठक के बाद से प्रदेश में निर्वाचन प्रक्रिया की गति में तेजी आने लगेगी।
दिल्ली के ‘निर्वाचन सदन’ में होने वाली कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी अब तक की कई तैयारियों के साथ मतदान केंद्रों पर उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं, चुनाव के दौरान सीएपीएफ, पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनातगी, बूथ लेवल ऑफिसर, सुपरवाइजर का डेटा, संवेदनशील मतदान केद्रों की संख्या सहित 11 महत्वपूर्ण विषयों पर प्रस्तुतीकरण देंगे।
अगले दिन वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा प्रभारी स्वीप डिवीजन के द्वारा चुनाव पूर्व निर्वाचन विभाग द्वारा चलाए जाने वाले ‘मतदाता जागरूकता अभियान’ के संबंध में भी समीक्षा करेंगे। जिससे वर्ष 2013 विधानसभा में हासिल वोटर टर्न आउट 75.67 से ज्यादा वोटर टर्न आउट हासिल किया जा सके। इस दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी के साथ उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद पारीक भी उपस्थित रहेंगे।
लोकसभा चुनाव 2024 का पहला चरण - त्रिपुरा, सिक्किम में 80 फीसदी से ज्यादा मतदान, बिहार में 50 फीसदी से कम मतदान
राहुल की कप्तानी पारी, लखनऊ ने सीएसके को आठ विकेट से हराया
केन्या में भारी बारिश से 32 लोगों की मौत
Daily Horoscope