जयपुर। ऑटम्नल इक्विनॉक्स (शारदीय विषुवत सम्पात दिवस) के अवसर पर रविवार को जयपुर के जंतर-मंतर में एस्ट्रोनॉमिल यंत्रों की कार्यप्रणाली पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में भाग लेने वाले विद्वानों ने जयपुर की वेधशाला में स्थापित खगोलीय यंत्रों के महत्व के बारे में जानकारी दी। राजस्थान सरकार के पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 15 विद्वान एक मंच पर एकत्र हुए। कार्यक्रम में आसाम, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली एवं राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों से 200 से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जंतर मंतर की अधीक्षक शशि प्रभा स्वामी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वय किया गया। उन्होंने प्रतिभागियों को आश्वस्त किया कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम अब यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट - जंतर मंतर में नियमित रूप से होंगे।
एस्ट्रोनॉमिल यंत्रों के प्रायोगिक प्रशिक्षण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद विद्वान वक्ताओं के सत्र और विषय विशेषज्ञों की चर्चाएं हुईं। इस अवसर पर पं. ओमप्रकाश शर्मा ने जंतर-मंतर में स्थित विभिन्न यंत्रों पर आधारित एक प्रजेंटेशन दिया। कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रशिक्षक विद्वानों में प्रोफेसर रामपाल शर्मा, डॉ. विनोद शर्मा, पं. सतीश शर्मा, संदीप भट्टाचार्य, डॉ. आरपी शर्मा सहित अन्य लोग शामिल थे।
एनआईए की चार्जशीट में खालिस्तान टाइगर फोर्स को जबरन वसूली, हवाला के जरिए फंडिंग की साजिश का खुलासा
आप ने कहा, दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास के नवीनीकरण के मामले में सीबीआई की जांच का स्वागत है
जेपी नड्डा और अमित शाह का राजस्थान के दिग्गजों के साथ जयपुर में मंथन, भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची पर होगी चर्चा
Daily Horoscope