जयपुर। सीतापुरा के जेईसीसी में बुधवार से शुरू हुए तीन दिवसीय ‘स्मार्ट सिटी एक्सपो इंडिया 2018’ के पहले दिन विश्वभर के स्मार्ट सिटी विशेषज्ञों एवं प्रतिनिधियों के कई सत्र आयोजित किए गए। इन सत्रों में वर्तमान वैश्विक दौर में स्मार्ट सिटीज के शहरी नियोजन, सामाजिक एवं आर्थिक विकास जैसी चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की गई। यह एक्सपो क्वांटेला, जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) और फिरा बार्सिलोना इंटरनेशनल द्वारा आयोजित किया जा रहा है। सीआईआई इसका इंडस्ट्रियल पार्टनर है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डायलॉग सेशन - डिजिटल रिवोल्यूशन एंड स्मार्ट सिटीज : व्हाट द इंडियन इकोनॉमी सेक्टर मे गेन
पीडब्ल्यूसी इंडिया के ग्लोबल डिजिटल गवर्नमेंट नेटवर्क लीडर, नील रतन और इकोनॉमिक एडवाइजरी काउंसिल के चेयरमैन विवेक देबरॉय ‘डिजीटल रिवोल्यूशन एंड स्मार्ट सिटीज : व्हाट द इंडियन इकोनॉमी सेक्टर मे गेन’ सेशन के पैनलिस्ट्स थे। सिस्को इंडिया के स्मार्ट एंड कनेक्टेड कम्युनिटीज के ग्लोबल प्रेसीडेंट अनिल मेनन ने इस सेशन का संचालन किया। देबरॉय ने कहा कि स्मार्ट सिटीज की अवधारणा शहरी लोगों के जीवन को आसान बनाने और उनका जीवन उच्च स्तर का बनाने पर आधारित है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आईओटी और बिग डेटा जैसी तकनीकों का उपयोग स्मार्ट सिटी बनाने में मदद कर सकते हैं, जो कि निरंतर डेटा एकत्र करते रहते हैं अथवा डेटा ड्रीवन सिस्टम पर आधारित होते हैं। ये तकनीक डेटा का उपयोग स्मार्ट सिटीज की समस्याओं का समाधान में करती हैं। भीड़-भाड़, सेवाओं तक पहुंच में कमी, अपराध एवं दीर्घकालीन विकास कुछ ऐसी समस्याएं हैं। हालांकि स्मार्ट सिटी मॉडल में डेटा प्राइवेसी एवं सिक्योरिटी से समझौता किए बिना विकास को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।
नील रतन ने आगे कहा कि स्मार्ट समाधानों के तहत तकनीक, सूचना एवं डेटा के उपयोग ने स्मार्ट एप्लीकेशंस पर कार्य करने वाले स्टार्टअप को प्रोत्साहन दिया है। यह स्टार्टअप्स को समाधान उपलब्ध कराने और इससे पैसा कमाने का अवसर दे रहा है।
प्लेनरी सेशन- ड्राइविंग द डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन ऑफ लोकल गवर्नमेंट्स
एक्सपो के तहत ‘ड्राइविंग द डिजीटल ट्रांसफोर्मेशन ऑफ लोकल गवर्नमेंट्स’ विषय पर प्लेनरी सेशन आयोजित किया गया। सिस्को इंडिया के सर्विस मैनेजिंग डायरेक्टर अमित मलिक, यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के अरबन इनोवेशन एंड स्मार्ट सिटीज के सलाहकार सुनील दुबे, सियोल डिजिटल फाउंडेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर जुंगवू ली, स्मार्ट सिटीज पीडब्लूसी के पार्टनर व लीडर एनएसएन मूर्ति और आईओटी एवं एंटरप्राइज मोबेलिटी टेक महिन्द्रा के इंजीनियरिंग ग्लोबल हेड कार्तिकेयन नटराजन इस सेशन के प्रतिभागी थे। भारत सरकार के रक्षा उत्पादन विभाग के संयुक्त सचिव संजय जाजू ने इस सेशन का संचालन किया गया।
मलिक ने कहा कि डिजिटल गवर्नमेंट, स्मार्ट सिटीज, पब्लिक सेफ्टी, लॉ एनफोर्समेंट, शांति व्यवस्था और साइबर सुरक्षा आधुनिक भारत के रूपांतरण में कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार प्रशासन में रूपांतरण के लिए डिजिटल स्थानीय होना चाहिए और योजना निर्माण में लोगों की भागीदारी आवश्यक है।
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