जयपुर । मकर सक्रांन्ति पर्व पर पतंग उड़ाने के दौरान बिजली की लाईनों से पर्याप्त दूरी बनाये रखने के साथ ही कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखकर विद्युत संबंधी किसी भी संभावित दुर्घटना से बचा जा सकता है एवं विद्युत आपूर्ति में व्यवधान को भी रोका जा सकता है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जयपुर डिस्काॅम के प्रबन्ध निदेशक नवीन अरोड़ा ने बताया कि मकानों के पास से गुजर रही बिजली की लाईनों के आसपास पतंग उड़ाते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और यदि बिजली के तारों या उपकरणों में पतंग या डोर फॅस जाए तो उसे खींचकर अथवा धातु की छड़ आदि से छुड़ाने का प्रयास नही करना चाहिए। यदि कोई पतंग फस जाए तो लोहे अथवा एल्मूनियम के पाईप, सरिए या गीली लकड़ी से हटाने का कतई प्रयास नही करें। उन्होंने बताया कि एल्यूमिनियम फाॅयल (धातु) से बनी हुई पतंग एवं मेटल पाउडर कोटेड मांझे का उपयोग नहीं करना
चाहिए, क्योंकि ये विद्युत चालक का कार्य करते है और विद्युत दुर्घटना की दृष्टि से बहुत खतरनाक हैं।
अरोड़ा ने बताया कि मांझे का उपयोग विद्युत लाईनों के साथ-साथ दुपहिया वाहनों व परिन्दों के लिए भी घातक होता है। मेटल पाउडर से बने मांझे के बिजली के तारों में उलझने से हाई वाॅल्टेज उत्पन्न होने पर विद्युत उपकरणों को क्षति पहुंचने का खतरा रहता है। असामान्य परिस्थितियों में अपने प्रतिष्ठान व निवास के विद्युत उपकरणों एवं वायरिंग कि सुरक्षा हेतु भारतीय विद्युत नियमों के अनुसार उचित रेटिंग की इएलसीबी एवं एमसीबी का उपयोग करना चाहिए।
विद्युत आपूर्ति में व्यवधान संबंधी शिकायतों के निवारण हेतु जयपुर डिस्काॅम के उपभोक्ता अपनी शिकायतें काॅल सेन्टर के टेलीफोन नंबर 0141-2203000 एवं टोल फ्री नम्बर 18001806507 अथवा 1912 पर दर्ज करा सकते है।
सभी नागरिकों से अनुरोध है कि विद्युत आपूर्ति में व्यवधान एवं जान-माल की अनावशयक हानि रोकने के लिए निगम का सहयोग करें। आपके सहयोग से बिजली की सुरक्षित एवं निर्बाध आपूर्ति हो सकेगी और पतंगबाजी से होने वाली संभावित दुर्घटनाओं से भी बचा जा सकेगा।
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