जयपुर । पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने मोदी सरकार की विदेश नीति और देश की आंतरिक सुरक्षा नीति को लेकर सवाल खड़े किए है। पीसीसी में पत्रकार वार्ता में सिंह ने कहा कि जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कश्मीर मुद्दे के कारण एक भी बार पाकिस्तान नहीं गए, जबकि पीएम मोदी पाकिस्तान की यात्रा कर चुके है, और देश की जनता को क्या मिला, यह बताने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब यूपीए सरकार थी तब पाकिस्तान को लेकर बीजेपी के नेता कहते थे, यूपीए सरकार ने घुटने टेक रखे है, और आज पिछले तीन सालों में 172 आतंकी हमले हो चुके है। 570 से ज्यादा जवान शहीद हो चुके है और 13 सौ से ज्यादा बार सीजफायर का उल्लंघन हो चुका है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से युद्ध करना कोई हल नहीं है, बल्कि नीति के जरिये पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय स्तर से दवाब बनाया जा सकता है। युद्ध तो पाकिस्तान से हो चुके है । पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसा ही कुछ नक्सलवाद को लेकर है। इस मामले को लेकर भी मोदी सरकार की कोई स्पष्ट नीति नहीं है। उन्होंने कहा कि विदेशी नीति भी इतनी लचर है कि ऑस्ट्रेलिया और अमरीका भारतीय छात्रों का वीजा खत्म कर रहा है। साथ ही चीन से तो पिछले तीन सालों में 7000 करोड़ का सामान ज्यादा आ रहा है। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद को भारत लाने के सारे प्रयास विफल हो चुके है, जबकि अगर दाऊद के परिवार में कोई शादी समारोह होता है, तो महाराष्ट्र सरकार के मंत्री शादी समारोह में शिरकत करते है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हाईकोर्ट ने पूछा, अमृतपाल को छोड़कर सभी को कैसे गिरफ्तार किया गया?
हर किसी को बोलने का अधिकार : राहुल गाँधी
के. कविता ने ईडी को लिखा पत्र, निजता के अधिकार का मुद्दा उठाया
Daily Horoscope