जयपुर, । जवाहर कला केंद्र (जेकेके) में शुक्रवार शाम को मध्यवर्ती में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त फ़्यूज़न ‘कहरवा’ की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह फ्यूजन प्रस्तुति भारतीय शास्त्रीय और राजस्थानी लोक संगीत पर आधारित थी। इसकी परिकल्पना व निर्देशन प्रदेश के जाने माने तबला कलाकार डॉ. विजय सिद्ध द्वारा की गई। उन्होंने कहरवा फ़्यूज़न के माध्यम से शास्त्रीय संगीत को सरलीकृत कर उसे लोकानुरंजक बनाने का एक सफल प्रयास किया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कलाकारों ने देस कहरवा, मांड कहरवा, राग यमन एवं प्रसिद्ध रचना छाप तिलक पर आधारित सूफ़ी कहरवा, बुल्लेशाह का सूफ़ी कलाम इश्क़ में और साथ ही राग जोग पर आधारित जोग कहरवा, राग भोपाली में सूफ़ी रचना तू करीम करतार जगत को व लोकगीत गोरबंद की विशेष प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इसके अलावा उन्होंने सबरंग कहरवा, शिवरंजिनी कहरवा आदि भी प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में डॉ विजय सिद्ध के साथ प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक डॉ विजयेन्द्र गौतम, लोक संगीत गायक उस्ताद बुंदु खां लंगा, सितार वादक पंडित हरी शरण भट्ट ने भी प्रस्तुति दी। इसके अलावा मोरचंग एवं भपंग वादक रईस खां, खड़ताल पर सोनू खां लंगा, ढोलक पर बरकत खां, ड्रम्ज़ पर रोनित सेजवानी, पियानो पर अर्जुन सिंह, गिटार पर कुलदीप शर्मा ने अपनी अनुठी प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया।
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