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जयपुर । राजस्थान के सभी सरकारी विश्वविद्यालय में इन दिनों प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन इनमें प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं को शिक्षा कैसे मिलेगी , इसकी चिंता राज्य सरकार को नहीं है। चाहे पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार रही हो, या वर्तमान गहलोत सरकार। अभी तक प्रदेश के 26 सरकारी विश्वविद्यालयों में स्वीकृत शैक्षणिक 4 हजार 498 पदों में से 2256 पद खाली है। इन कमियों की वजह से प्रदेश का एक भी सरकारी विश्वविद्यालय देश के टॉप विश्वविद्यालयों की सूची में 200 की लिस्ट के अंदर भी स्थान नहीं पा सका था।
प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के आंकड़ों के मुताबिक सबसे पहले बात करें, जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय की तो, यहां 976 शैक्षणिक पद स्वीकृत है, लेकिन 509 पद खाली रिक्त है। उदयपुर की मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में शैक्षणिक पद स्वीकृत है 259, लेकिन 138 पद खाली है। जयपुर स्थित जगतगुरू रामानंदचार्य राजस्थान संस्कृत यूनिवर्सिटी में स्वीकृत शैक्षणिक पदों की संख्या 44 है, लेकिन 20 पद खाली है। कोटा स्थित राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में 261 पद स्वीकृत है, लेकिन 119 पद खाली है। जयपुर स्थित राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज में 263 पदों में से 66 पद खाली है।
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