जयपुर। सांसद राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार
को आदिवासियों का प्रयाग कहे जाने वाले बेणेश्वर धाम में हाईलेवल पुल का
शिलान्यास कर आमजन को बड़ी सौगात दी। माही, जाखम और सोम नदियों के संगम पर
स्थित बेणेश्वर धाम धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए
प्रसिद्ध पांच दिवसीय मेले के लिए जाना जाता है। मानसून में धाम को जाने
वाली सड़के जलस्तर बढ़ने के कारण डूब जाती है जिससे धाम एक टापू में बदल जाता
है। इस वजह से श्रद्धालु नाव से ही धाम जा पाते है तथा कई श्रद्धालु धाम
में ही फंस जाते है। इस समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री ने वर्ष
2021-22 की बजट घोषणा में हाईलेवल पुल के निर्माण की घोषणा की थी। 132.35
करोड़ की राशि से बनने वाले इस हाईलेवल पुल के द्वारा श्रद्धालु
डूंगरपुर-बांसवाड़ा सड़क से सीधे बेणेश्वर धाम पहुंच पाएंगे तथा वर्षभर
आवागमन संभव हो पाएगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शिलान्यास के दौरान
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने मॉडल के माध्यम से राहुल
गांधी एवं अशोक गहलोत को पुल के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
साबला से बांसवाड़ा की तरफ इस पुल की लंबाई 1345 मीटर व भटवाड़ा से बेणेश्वर
की तरफ पुल की लंबाई 386.50 मीटर होगी। यह पुल नदी की सतह से 18.50 मीटर की
उंचाई पर 36 पिलर पर बनेगा तथा इसकी चौड़ाई 16 मीटर होगी। पुल में सड़क के
साथ क्रैशबेरियर, पैदलयात्रियों के लिए फुटपाथ तथा रैलिंग भी बनाए जाएंगे।
राहुल गांधी और मुख्यमंत्री ने किए दर्शन
शिलान्यास
कार्यक्रम से पहले राहुल गांधी व अशोक गहलोत ने बेणेश्वर धाम
परिसर में स्थित वाल्मीकि मंदिर, बेणेश्वर शिवालय, राधा कृष्ण मंदिर और
ब्रह्मा मंदिर में दर्शन किए व बेणेश्वर पीठाधीश्वर गोस्वामी महंत
अच्युतानंद महाराज से मुलाकात की। इस दौरान दोनों ने पूजा अर्चना कर देश की
खुशहाली की कामना की।
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