जयपुर। उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने उच्च शिक्षा की
गुणवत्ता में सुधार और उसे और अत्यााधुनिक बनाने की कड़ी में आज कुछ निजी
संस्थाओं के प्रस्तुतिकरण देखे। इस दौरान यह भी तय किया गया कि
प्रस्तुतिकरण के दौरान आई निजी संस्थाएं पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर कुछ
कॉलेजों में निशुल्क सेवाएं देना प्रारंभ करेंगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आने वाले
समय में सरकार विचार कर रही है कि राजकीय कॉलेजों में उत्तर पुस्तिकाओं का
मूल्यांकन ऑनलाइन हो, जिससे कि परिणाम समय पर निकाले जा सकें तथा कॉपी की
जांच एवं अंक निर्धरण में त्रुटियां ना रहे। ऑनलाइन मूल्यांकन के लिए
जेआईएल (जेआईएल इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी लिमिटेड) ने प्रस्तुतिकरण दिया।
प्रस्तुतिकरण के दौरान पायलेट प्रोजक्ट के रूप में चार हजार पॉलिटेक्निक
कॉलजों में आए पूरक छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा जेआईएल द्वारा कराने का
निर्णय लिया गया।
इसी तरह राजस्थान के कॉलेजों में पढ़ने
वाली छात्राओं को निशुल्क इंग्लिश क्लासेज देने और भाषा में प्रवीणता लाने
के लिए ‘इंग्लिश एज’ ने प्रस्तुतिकरण दिया। संस्था ने सभी संभागों के 12
राजकीय कन्या महाविद्यालयों की 1200 छात्राओं को पायलेट प्रोजेक्ट के रूप
में निशुल्क इंग्लिश कोचिंग देने का निर्णय लिया है। हिक विजन संस्था ने
रियल टाइम क्लास मॉनिटरिंग सिस्टम का भी प्रस्तुतिकरण दिया। इस संस्था की
सेवाएं भी राज्य सरकार पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर निशुल्क लेगी।
उच्च
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षा का
स्तर गुणवत्तायुक्त बनाने के साथ ही उनमें तकनीक का इस्तेमाल करते हुए
पादर्शिता लाने के लिए कृत संकल्पित है और इस कड़ी में निरंतर प्रयासरत भी
है। गौरतलब है कि इन सभी निजी संस्थाओं ने हाल ही दिल्ली में हुए वर्ल्ड
एजूकेशन समिट में हिस्सा लिया था। प्रस्तुतिकरण के दौरान संस्था
प्रतिनिधियों के साथ विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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