जयपुर,। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उन प्रदेशों में रह रहे प्रवासी राजस्थानियों को 14 अप्रेल तक लागू लॉकडाउन के दौरान भोजन, पानी एवं स्वास्थ्य सेवाओं जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि संकट के इस समय में मानवता की सेवा के लिए ऎसी सहायता उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गहलोत ने पत्र में लिखा कि कोविड-19 महामारी के कारण देशभर में लागू लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में राजस्थानी विभिन्न राज्यों में अटक गए हैं। इनमें मजदूर, पर्यटक, विद्यार्थी सहित विभिन्न वर्ग के लोग शामिल हैं, जो आवागमन प्रतिबंधित होने के कारण राजस्थान में अपने घर आने में असमर्थ हैं। उन्होंने मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया है कि अपने प्रशासनिक अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर इन प्रवासियों की पहचान करने और खाने, रहने तथा चिकित्सा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दें।
मुख्यमंत्री ने लिखा कि राजस्थान सरकार विभिन्न प्रदेशों में प्रवासी राजस्थानियों पर इस संकट काल के दौरान मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर होने वाले खर्च को वहन करने को भी तैयार हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भी दूसरे राज्यों के प्रवासी अटके हुए हैं, जिनको राजस्थान सरकार सभी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित कर रही है। साथ ही, राजस्थान के मुख्य सचिव भी संकट में फंसे इन लोगों को मानवीय मदद पहुंचाने के लिए दूसरे प्रदेशों के अपने समकक्षों के साथ समन्वय और जानकारियों का आदान-प्रदान कर रहे हैं।
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