जयपुर। सरकारी वेबसाइट में सेंधमारी कर फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह का साइबर क्राइम थाना पुलिस ने बुधवार को पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के दो शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो देर रात 12:00 बजे बाद फर्जी प्रमाण पत्र बनाते थे और उसके एवज में प्रति प्रमाण पत्र 4 से ₹5000 लेते थे। फिलहाल दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि सूचना सहायक कार्यालय उपखंड अधिकारी एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट सांगानेर कपिल चौधरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अज्ञात व्यक्ति ने उनकी एसएसओ आईडी हैक कर ली है। जिसके माध्यम से जाति प्रमाण पत्र, एडवलुएस व मूल निवास प्रमाण पत्र आदि बनाए जा रहे है। शिकायत पर पुलिस ने आईटी एक्ट केेेे तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।
फर्जी ईमेल आईडी बनाकर करवाई रजिस्टर्ड - पुलिस ने कार्रवाई कर मामले में आरोपित मोहम्मद मुस्तकीम निवासी अमृतपुरी घाट गेट आदर्श नगर और अमित अग्रवाल निवासी हिदा की मोरी घाट गेट को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपितों ने एसएसओ आईडी को हैक करने के लिए तहसीलदार सांगानेर में उपखंड अधिकारी एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट सांगानेर के नाम से फर्जी ईमेल आईडी बनाकर एसएसओ हेल्पडेस्क के जरिए फर्जी ईमेल आईडी एसएसओ आईडी में रजिस्टर्ड करवाई। इसके बाद एसएसओ आईडी हैक कर उपखंड अधिकारी एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट सांगानेर के डिजिटल हस्ताक्षर का प्रयोग करते हुए अपना धंधा शुरू किया। प्रत्येक फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के लिए 4 से ₹5000 लेते थे और रात 12:00 बजे बाद उन्हें बनाने में जुट जाते थे।
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