कार्यक्रम में कैलाशी बन चुके इन अधिकारियों द्वारा ‘शेयर‘ की गई प्रमुख बातें इस प्रकार रहीं।
भास्कर ए. सावंत
‘‘कैलाश
मानसरोवर के लिए ‘फिजिकल फिटनेस‘ से ज्यादा जरूरी है, मानसिक फिटनेस। इसके
साथ अगर आपके पास ‘कूलनैस ऑफ एटीट्यूड है तो यह यात्रा को सफलतापूर्वक
पूरा करने में आपका सबसे बड़ा मददगार साबित होगा। यात्रा के दौरान आपका हर
प्रकार के व्यक्तियों से वास्ता पड़ता है, जो हर ‘फ्रीक्वेंसी‘ पर अपने
तरीके से व्यवहार करते हैं। प्राकृतिक सौंदर्य के अद्भुत क्षणों के बीच ऐसी
ही कुछ विषम चुनौतियों को को झेलने और उन पर धैर्य के साथ विजय पाने की की
ताकत जिसमें होती है, वह यात्रा को अधिक सुगमता और सरलता से पूरा कर सकता
है।‘‘
एनसी जैन
कैलाश
मानसरोवर की यात्रा एक अंतर्यात्रा है। इसका बड़ा आध्यात्मिक महत्व है। कई
बार आपका कॉंफिडेंस लेवल ऊपर-नीचे होता है, पर एक ‘स्प्रिचुअल पावर‘ है जो
आपको वहां तक उस लेवल तक लेकर जाती है। यात्रा जीवन का एक दुर्लभ अनुभव है।
यात्रा जब आपको ‘स्प्रिचुअलटी‘ के उच्चतम स्तर पर ले जाती है तो फिजिकल और
मैंटल रिक्वायरमेंट्स कम हो जाती है। इससे आपकी ऑक्सीजन की जरूरत भी कम हो
जाती है। मानसिक ताकत से आध्यात्मिक पक्ष मजबूत होता है। मानसरोवर झील पर
दो दिन रूकने का अवसर प्राप्त होता है, 15 हजार फीट की ऊंचाई पर आप अपने
आपको बड़ा रिलेक्स पाते है, जहां जीवन के दुर्लभ अनुभवों से आप गुजरते है।
यदि ‘मेडिटेशन‘ में आप गम्भीरता से जुटे है तो यह बहुत मदद करता है।‘‘
मुग्धा सिन्हा
यह
यात्रा भगवान शिव की कृपा से ही पूरी होती है। यह मैंटल फिटनेस,
डिटरमिनेशन और ईश्वर में विश्वास की यात्रा है। ईश्वर ग्रेटेस्ट डिजाईनर और
प्लानर है। मैंटल फिटनेस की कोई विशेष तैयारी भी नहीं की, ईश्वर की कृपा
से यात्रा बिना किसी विघ्न के पूरी हुई। यात्रा और जीवन में होने वाले
इवेंट्स में कोई फर्क नहीं है। ऐसा लगता है कि जीवन को हमें वैसे ही जीना
चाहिए जैसे कैलाश यात्रा के दौरान खुद को पाते है। अष्टावक्र गीता में पढ़ा
था-‘जब शिष्य तैयार होता है तो गुरू उसके सामने उपस्थित हो जाता है। ऐसा ही
कैलाश मानसरोवर यात्रा के ध्येय को पूरा करने पर लागू होता है। जब आप
संकल्प कर लेते है तो ईश्वर उसको पूरा करने में मदद देता है। हां, महिलाओं
की कुछ विषेष आवष्यकताएं होती है, उनके लिए उनको यात्रा में अलग प्रकार से
तैयारी करनी होती है।
(श्रीमती सिन्हा ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम
से यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ावों, अलग-अलग रूट्स, दर्शनीय एवं आध्यात्मिक
महत्व के स्थलों, फार्म की उपलब्धता, वेबसाईट आदि के बारे में जानकरी देते
हुए चित्रों के माध्यम से ऊं पर्वत, वेद व्यास की गुफा, ज्योतिर्लिंग
जागेश्वर, भीम तल, राक्षस तल, मानस तल, यम द्वार, जोरावर सिंह की समाधि,
राम सीता टैम्पल, गोल्डन कैलाश आदि के बारे में जानकारी दीं)
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