जयपुर । विशिष्ट शासन सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. समित शर्मा ने कहा कि बेटियों को स्वयं को देश, समाज एवं परिवार के लिये असेट के रूप में स्थापित करते हुये बेटा – बेटी में भेदभाव की इस संकीर्ण विचारधारा को बदलना होगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मिशन निदेशक गुरूवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा महारानी महाविद्यालय सभागार में ‘आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में लगभग 350 छात्राओं ने भाग लिया है।
डॉ. शर्मा ने महारानी लक्ष्मीबाई, लता मंगेशकर, सचिन तेंदुलकर जैसी महान हस्तियों का उदाहरण देते हुये छात्राओं को अपना पसंदीदा कार्यक्षेत्र चुनते हुये लगातार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिये प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि बेटा-बेटी में भेदभाव का मूल कारण आर्थिक और सामाजिक कारक हैं, इन्हें दूर कर समानता का भाव विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। इस दौरान उन्होंने भ्रूण लिंग परीक्षण नहीं करने और न ही करवाने एवं किसी भी प्रकार से सहयोग न करते हुये ‘बेटियां अनमोल हैं’ अभियान से जुड़ने की शपथ भी दिलवायी।
महारानी महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. अल्पना कटेजा ने कहा कि वर्तमान दौर में बेटियों ने हर क्षेत्र में आगे निकलकर अपने महत्व को साबित किया है। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिये चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम में ‘बेटी बचाओ’ की थीम पर दुर्गा स्तुति, नुक्कड नाटक एवं चरी नृत्य का भी आयोजन किया गया।
मिशन निदेशक ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ विषय पर आयोजित पोस्टर, रंगोली, स्लोगन, मेहंदी एवं फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया। पोस्टर प्रतियोगिता में पूनम चौधरी ने प्रथम, भ्यूति योगी ने दूसरा एवं अंकिता तिवारी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार रंगोली प्रतियोगिता में रितु महावर ने प्रथम, निकिता कुमावत ने दूसरा, सीमा चावला ने तीसरा, स्लोगन में रीना ने प्रथम, रिचा वर्मा ने दूसरा, पूजा रैगर ने तीसरा, मेहंदी प्रतियोगिता में कविता खींची ने प्रथम, तीना ने दूसरा, दीपिका खत्री ने तीसरा तथा फोटोग्राफी प्रतियोगिता में नीलांजना राजावत ने प्रथम, रीना ने दूसरा एवं संजना ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने महाविद्यालय की प्रतिभाशाली छात्राओं, जिन्होंने शैक्षणिक क्षेत्र के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये विजया, निबिता, रूपल, दक्षिता एवं प्रेरणा को सम्मानित किया।
अंत में एडीपी पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ अब्दुल समद चिश्ती ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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