जयपुर। वन मंत्री गजेन्द्र सिहं खींवसर ने मंगलवार को झालाना स्थित अरण्य भवन मेंं प्रधान मुख्य वन संरक्षक एके गोयल एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वन्यजीवों से जुड़े विभिन्न संरक्षण व संवर्धन प्रयासों एवं बजट घोषणाओं की क्रियान्विति पर चर्चा कर लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।
खींवसर ने मुख्यत: रणथम्भौर नेशनल पार्क, सरिस्का बाघ अभयारण्य एवं मुकन्दरा हिल्स के पुनर्वास कार्यों को गति प्रदान करने के निर्देश दिए और कहा कि इन पुनर्वास पैकेज को इस प्रकार बनाया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ लेने के लिए आगे आएं व बाघ संरक्षण के कार्य में शीघ्रता आ सके।
उन्होंने जयपुर स्थित झालाना वन क्षेत्र में वन्य जीव सुगमता से गलता पहाडिय़ों से होते हुए नाहरगढ़ वन्य क्षेत्र तक सुरक्षित रूप से विचरण के लिए मुख्य वन संरक्षक, जयपुर को घाट की गूणी सुरंग, घाट की गूणी व बंध की घाटी स्थित दिल्ली हाईवे के उपर ओवर पास बनाने के लिए इसकी डिजाइन व एस्टीमेट बनवा कर प्रस्ताव शीघ्र भेजने के निर्देश दिए। ओवर पास बनने से झालाना के वन्य जीवों के लिए नाहरगढ़ से जुड़ा एक कॉरिडोर तैयार हो जाएगा। साथ ही झालाना पैंथर सफारी की फेन्सिग के कार्य की डीपीआर तैयार कर कार्य शीघ्र शुरू करवाने के निर्देश मुख्य वन संरक्षक जयपुर को दिए। खींवसर ने कहा कि वित्तीय वर्ष शुरू हो गया है आगामी 9 माह में बजट घोषणाओं पर शीघ्रता से कार्य किया जाए।
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