जयपुर। राज्य में होने वाले विधानसभा आम चुनाव-2018 में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर कड़ी निगरानी रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने ‘सी विजिल‘ नाम से ऐसे एप को लाॅन्च किया है, जो अधिकतम सौ मिनट की समय सीमा में प्राप्त शिकायतों का समाधान करेगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने दिल्ली में मंगलवार को ‘सी विजिल‘ मोबाइल एप की शुरुआत करते हुए कहा साल के अंत में होने वाले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर मतदाता ‘सी विजिल’ का इस्तेमाल कर सकेंगे।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अश्विनी भगत ने बताया कि राज्य में होने वाले विधानसभा आम चुनाव में यह एप खासा मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि अभी तक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर पर्याप्त सबूतों के अभाव में कड़ी कार्रवाई नहीं हो पाती थी। शिकायत के सत्यापन में तस्वीर या वीडियो के रूप में दस्तावेजी साक्ष्य की कमी भी बाधा थी। नया एप इन सभी खाइयों को पाटेगा और फास्ट-ट्रैक शिकायत प्राप्ति और समाधान प्रणाली बनाएगा।
भगत ने कहा कि ‘सी विजिल‘ चुनाव वाले राज्यों में किसी भी व्यक्ति को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है। यह अनुमति निर्वाचन घोषणा की तिथि से प्रभावी होती है और मतदान की एक दिन बाद तक बनी रहती है। आमजन इस एप का इस्तेमाल करके कदाचार की घटना देखने के मिनट भर में घटना की रिपोर्ट कर सकते हैं और नागरिकों को शिकायत दर्ज कराने के लिए पीठासीन अधिकारी के कार्यालय की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। इस एप की सबसे खास बात यह है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति एन्ड्रॉयड आधारित ‘सी विजिल’ एप को मोबाइल फोन में डाउनलोड कर सकता है।
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