शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रभावी
प्रयासों के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि
अच्छी शिक्षा सभी की आवश्यकता है और इसके लिए सभी को मिलकर कार्य करने की
जरूरत है।
उन्होंने शिक्षा संकुल में स्थापित तकनीक आधारित
शैक्षणिक इकाई (वी.एफ.एस.) के अंतर्गत शिक्षा क्षेत्र में आने वाली
चुनौतियों को समझते हुए उनका विश्लेषण कर आवश्यकता के अनुरूप शिक्षण पद्धति
के विकास के लिए कार्य किए जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जमीनी
स्तर पर हो रहे शिक्षा विभाग के बेहतर कार्यों का डेटा भी वीएफएस में
एकत्र किया जाए और इसके जरिए राज्य के अध्यापक, प्रधानाध्यापक और बच्चों को
सभी स्तरों पर उनके कार्य में आने वाली चुनौतियों के संबंध में सहयोग
आधारित कार्य हो।
इस अवसर पर समग्र शिक्षा अभियान के आयुक्त श्री
प्रदीप कुमार बोरड़ ने बताया कि तकनीकी आधारित शिक्षण सहयोग के साथ ही राज्य
में शैक्षिक गुणवत्ता में ग्रामीण स्तर पर कार्य करने में पीरामल
फाउण्डेशन का सहयोग लिया जाएगा। उन्हाेंने कहा कि राज्य सरकार का यह लक्ष्य
है कि प्रदेश में सभी स्तरों पर शिक्षा का प्रभावी विकास हो। राज्य
परियोजना निदेशक एन.के. गुप्ता ने कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता के लिए
प्रदेश में बेहतर वातावरण निर्मित हो रहा है।
इससे पहले पीरामल
फाउण्डेशन के मनमोहन सिंह ने बताया कि शिक्षा संकुल में स्थापित ‘वर्चुअल
फिल्ड सपोर्ट सेंटर’ में फोन कॉल की सुविधा इस रूप मेंं प्रदान की गयी है
कि इसके जरिए राज्य सरकार के शिक्षा कार्यक्रमों और अभियान के क्रियान्वयन
में आवश्यकता आधारित सहयोग शिक्षकों और अधिकारियों को उपलब्ध कराया जा सके।
उन्होंने बताया कि वीएफएस सेंटर में टीचर कॉलिंग के जरिए शिक्षा
अधिकारियों को शिक्षा क्षेत्र से संबंधित चुनौतियों के बारे में सहयोग
प्रदान किये जाने की पहल की गयी है।
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope