जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि अस्पताल में बच्चों की मौत होना बेहद संवेदनशील विषय है। यह विषय जितना सत्ता पक्ष के लिए संवदेनाओं से भरा है उतना ही विपक्ष के लिए भी होना चाहिए। ऎसे गंभीर विषय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डॉ. शर्मा ने प्रश्नकाल के दौरान विधायकों की ओर से पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि शिशु मृत्यु दर (इन्फेन्ट मोरटेलिटी रेट) राजस्थान की ही नहीं पूरे देश की समस्या है। उन्होंने बताया कि कोटा के जेके लोन अस्पताल में 90 बैड जेके लोन हॉस्पिटल में और 30 बैड न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में हैंं। उन्होंने बताया कि 5 बैड पीकू के और 5 बैड नीकू के इस तरह कुल 130 बैड हैं। मरीजों के दबाव के चलते वर्तमान में 174 बैड रनिंग में है। सभी बैड्स के अनुसार पर्याप्त मात्रा में स्टाफ मौजूद है।
इससे पहले चिकित्सा मंत्री ने विधायक मदन दिलावर के मूल प्रश्न का जवाब देते हुए बताया कि कोटा चिकित्सा महाविद्यालय के जेके लोन अस्पताल में 1 दिसम्बर, 2019 से 20 जनवरी 2020 के बीच हुईं मौतों के कारण की जानकारी सदन के पटल पर रखी । उन्होंने कोटा चिकित्सा महाविधालय के जेके लोन अस्पताल के नीकू में संचालित बैड्स के हिसाब से 20 दिसम्बर से 27 दिसम्बर 2019 तक आवश्यक उपकरणों का विवरण और उक्त तिथियों में स्वीकृत एवं कार्यरत स्टाफ का विवरण भी सदन की मेज पर रखा।
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