जयपुर। ढाई करोड़ की लागत से बने अस्पताल में चार स्त्रीरोग विषेषज्ञ (MS Gynae) और दो महिला चिकित्सक होते हुए इस वर्ष में मात्र 1 प्रसव, काम नहीं आ रहा आॅपरेशन थिएटर, शिशु रोग विशेषज्ञ होते हुए भी अस्पताल में न तो एनबीयूसी और न ही शिशु वार्ड! जोधपुर के चैपासनी हाउसिंग बोर्ड सैटेलाइट हाॅस्पिटल में सोमवार को किए गए निरीक्षण में चिकित्सा विभाग के विशिष्ट शासन सचिव एवं मिशन निदेशक डाॅ. समित शर्मा, निदेशक जन स्वास्थ्य डॉ वीके माथुर, Dr Jalaj विजय स्टेट प्रोग्राम मैनेजर, डॉ उमेश शर्मा के जयपुर से आये संयुक्त निरीक्षण दल को आकस्मिक जांच में ऐसी कई गंभीर खामियां नजर आईं। यहां एक सीनियर लैब तकनीशियन एवं 2 लैब सहायक होने के बावजूद पीएचसी के समान केवल 15 जांचें की जा रहीं थीं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लक्ष्य के साथ राजकीय चिकित्सा संस्थानों के किए जा रहे निरीक्षणों की श्रृंखला में सोमवार को प्रदेश स्तर की टीमों ने विभिन्न जिलों में स्थित चिकित्सा संस्थानों का सघन निरीक्षण किया।
नाम सैटेलाइट अस्पताल का, सेवाएं पी एच सी - सब सेंटर जैसी जोधपुर में विभाग के विषिष्ट शासन सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम के नेतृत्व में चैपासनी हाउसिंग बोर्ड सैटेलाइट हाॅस्पिटल में किए गए निरीक्षण में कई गंभीर खामियां सामने आईं।
सेलम में मोदी का दिखा अनोखा अंदाज, 11 शक्ति अम्माओं का मंच पर किया सम्मान
हरियाणा मंत्रिमंडल विस्तार: डॉ. कमल गुप्ता,सीमा त्रिखा, महिपाल ढांडा ने मंत्री पद की शपथ ली
उपेंद्र कुशवाहा से मिले विनोद तावड़े, लोकसभा की एक सीट के साथ ही एक MLC सीट भी मिलेगी
Daily Horoscope