जयपुर । अलवर के तिजारा में हुई कथित मॉब लिंचिंग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि यह मामला मॉब लिंचिंग का नहीं है, अगर होता, तो पहलू खान के मामले की तरह इस मामले में भी एसआईटी का गठन कर देते। गहलोत ने आरोप लगाया था कि भाजपा इस मामले को बेवजह तूल दे रही है और राजनीति कर रही है।
वहीं अब प्रदेश के डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बुधवार शाम को अलवर के तिजारा के झिवाना पहुँचकर । कथित माँब लिंचिग के शिकार हुए हरीश जाटव के परिवार से मुलाकात की।
आपको बता दे कि झिवाना में 16 जुलाई को हरीश जाटव की कथित माँब लिंचिंग मौत हो गईं थी इसके बाद निराश होकर हरीश के पिता रतीराम जाटव ने आत्महत्या कर ली थी।
वहीं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मीडिया से रूबरू होते हुए बोले की गुरूवार से अलवर पुलिस अधीक्षक नये सिरे से जांच करेंगे।जाँच में जो दोषी पाया जाएगा उसको सजा मिलेगी।सरकार पीड़ित परिवार की जितना हो सकेगा उतनी मदद करेगी।
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