जयपुर। राज्य निर्वाचन आयोग के उप सचिव अशोक जैन ने कहा कि उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों के दाखिले से लेकर मतदान और मतगणना तक सांख्यिकी से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों की अहम भूमिका होती है। उनकेे द्वारा समय और पूर्ण शुद्धता के साथ आंकड़े उपलब्ध कराना ही निर्वाचन प्रक्रिया को मजबूती देता है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जैन बुधवार को शासन सचिवालय में पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव के लिए आयोजित प्रदेश भर के सांख्यिकी अधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चुनाव में बिना देरी किए सही सूचनाएं उपलब्ध करवाना महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में पूरी तरह जांच-परखकर ही सूचनाओं को साझा करें।
गौरतलब है कि प्रदेश में पंच और सरपंच के पदों के लिए चार चरणों में चुनाव करवाए जाएंगे। पहला चरण 17 जनवरी, दूसरा 22 जनवरी, तीसरा चरण 29 जनवरी और चौथे चरण में 1 फरवरी को मतदान करवाया जाएगा। पहले चरण के लिए नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत किए जा चुके हैं। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा 9 जनवरी को प्रातः 10.30 से होगी। उम्मीदवार 9 जनवरी को अपरान्ह 3 बजे तक नाम वापस ले सकेंगे। ऐसे में इनसे जुड़ी सभी तरह की सूचनाएं जिले के आंकड़ा प्रकोष्ठ प्रभारियों, उप प्रभारी और सांख्यिकीकर्मी को देनी होगी। इसके अलावा मतदान प्रारंभ होने की सूचना से लेकर मतदान समाप्ति तक नियमित अंतराल में सूचना उपलब्ध कराने, बूथ पर हुए कुल मतदान की अंतिम सूचना और मतदान के पश्चात मतदान दलों का सुरक्षित रूप से वापस पहुंचने की सूचना देनी होगी।
इस दौरान सहायक सांख्यिकी अधिकारी हरजी लाल मीणा ने सभी प्रतिभागियों को प्रजेंटेशन के जरिए चुनाव के दौरान आंकड़ों को कम से कम समय में भेजने के लिए अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया। इस दौरान प्रदेश के सभी जिलों से आए 40 से अधिक आंकड़ा प्रकोष्ठ प्रभारी, उप प्रभारी और सांख्यिकी कर्मी उपस्थित रहे।
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